बांसवाड़ा

बांसवाड़ा : अगर नगर परिषद में बुजुर्गों को लेकर जा रहे हो तो जरा संभल कर… यहां इस मुसीबत का करना पड़ सकता है सामना

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बांसवाड़ाJan 19, 2019 / 04:22 pm

deendayal sharma

बांसवाड़ा : अगर नगर परिषद में बुजुर्गों को लेकर जा रहे हो तो जरा संभल कर… यहां इस मुसीबत का करना पड़ सकता है सामना

बांसवाड़ा. बुढ़ापे के दिन, चलने फिरने में परेशानी। इसके बाद भी जीवन की गाड़ी खींचने में मदद के लिए बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष वृद्धावस्था पेंशन के लिए नगर परिषद के द्वार पर पहुंच रहे हैं लेकिन वहां भी उन्हें मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। परिषद के जिस पुराने भवन में पेंशन का काम हो रहा है उस ‘दुर्ग’ की सीढिय़ों की चढ़ाई बुजुर्गो को परेशान कर रही है। उन्हें अपना काम कराना है सो वे जैेसे तैसे संबंधित कार्मिक तक पहुंच रहे हैं। नगर परिषद कार्यालय परिसर में दो भवन है। एक नया तथा दूसरा पुराना। इसमें पुराना भवन करीब 100 वर्ष का हो चला है। इस भवन में ही वृद्धवस्था पेंशन का कामकाज किया जा रहा है। भवन के चारों तरफ प्रवेश द्वार तथा सीढिय़ां बनी हुई है। ये सीढिय़ां चढऩा ही बुजुर्गों के लिए मुश्किल भरा है। अब तक इसमें रैम्प की सुविधा पर ध्यान नहीं दिया गया है। नया भवन कांच का बंगला है। इसमें लिफ्ट की सुविधा है, लेकिन रैम्प का अभाव उसमेंं भी है।
होना चाहिए रैम्प
पेंशन के लिए यहां आने वाले बुजुर्ग नागरिकों एवं उनके साथ आने वाले परिजनों की मांग है कि सीढिय़ों के पास ही रैम्प का निर्माण भी होना चाहिए ताकि बुजुर्ग महिला-पुरुषों के अलावा दिव्यांग भी आसानी से संबंधित तक पहुंचकर अपना कार्य करा सकें। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
हर माह आते हैं दर्जनों आवेदन
नगर परिषद स्थित पेंशन कार्यालय में हर माह वृद्धावस्था, दिव्यांग व विधवा आदि श्रेणी में नई पेंशन के दर्जनों आवेदन आते हैं। आगस्त में बुजुर्ग पेंशन के लिए 30, दिव्यांग के लिए छह तथा विधवा श्रेणी के लिए एक आवेदन आया। इसके बाद विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के चलते कार्य नहीं हो सका।
पुराने भवन के चारों ओर पार्किंग
नगर परिषद कार्यालय में जिस भवन में पेंशन का कामकाज किया जा रहा है, उसके चारों ओर सीढिय़ों के पास नो पार्किंग में पार्किंग भी देखी जा सकती है। यहां चौपहिया वाहन सीढिय़ों के पास खड़े दिए जाने से बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए परेशानी और बढ़ा रहे हैं।
साल बदलते ही जिन्दा होने का दो सत्यापन
साल बदलने के साथ ही पेंशनर भोगियों को अपने जीवित होने का सत्यापन भी देना पड़ता है। इन दिनों नव वर्ष 2019 का प्रथम माह भी चल रहा है। ऐसे में पेंशनरों को अपना जीवित प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों का सत्यापन भी कराने आना पड़ रहा है, जिन्हें सीढिय़ां चढऩा भारी पड़ रहा है। किसी के जोड़ों, घुटनों में दर्द है तो किसी के पैर में फ्रेक्चर की तकलीफ।
शीघ्र बनवाएंगे रैम्प
बुजुर्गों व दिव्यांगों की इस परेशानी को शीघ्र दूर करेंगे। शीघ्र ही रैम्प निर्माण करा दिया जाएगा।
-प्रभुलाल भाबोर, आयुक्त, नगर परिषद, बांसवाड़ा
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