इधर, शिक्षकों ने यह प्रशिक्षण ऑनलाइन कराने की मांग उठाई है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के संभाग संगठन मंत्री गमीरचंद पाटीदार व जिलाध्यक्ष गोपेश उपाध्याय ने कहा कि प्रवेशोत्सव अवधि में ऑफलाइन प्रशिक्षण देने और अत्यधिक बजट व्यय करने के स्थान पर शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देना ही समीचीन होगा। विगत वर्षों में ऑनलाइन प्रशिक्षण में कोई बजट व्यय नहीं करना पड़ा और प्रदेश में प्रशिक्षण में एकरूपता रही। वहीं दिलीप पाठक ने कहा कि कई परीक्षा उत्तीर्ण कर व नियुक्ति के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षक अध्यापन करा रहे हैं। उन्हें प्रशिक्षण की आवाश्यकता नहीं है। ग्रीष्मावकाश में कमजोर बालकों को अतिरिक्त शिक्षण कराने पृथक से शिक्षा सहायक नियुक्त कर बजट का सदुपयोग किया जाए, जो छात्र हित में रहेगा।