संगठन के अनिल व्यास ने बताया कि वर्षोंं से शिक्षिकाएं चयनित वेतनमान की मांग कर रही है, लेकिन स्थानीय विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से उच्चाधिकारियों के आदेश की पालना नहीं हो पा रही हैं। चयनित वेतनमान को लेकर वित्त विभाग, निदेशक आदि से आदेश जारी हो चुके है, लेकिन डीईओ कार्यालय से आदेशों की पालना नहीं की जा रही है।
महिला संघर्ष समिति की अध्यक्ष मीरा दुर्रानी ने बताया कि शिक्षिकाएं 1980 के बाद से सेवा में है, जब नियुक्ति हुई थी, तब हम बाध्यता नहीं थी, लेकिन कोर्ट के आदेश आने के बाद भी विभाग चयनित वेतनमान का लाभ नहीं दे रहा है। जिले में चयनित वेतनमान का 250 से अधिक शिक्षिकाओं का इंतजार हैं।
नहीं पहुंचे डीईओ, वरिष्ठ लिपिक ने दिया लिखित में इधर, धरना स्थल पर डीईओ प्रारंभिक नहीं पहुंचे, लेकिन उनसे बातचीत के बाद वरिष्ठ लिपिक यशवंत जोशी ने लिखित में वार्ता के लिए शुक्रवार को बुलाया। अब आज इस मसले पर आगे चर्चा होगी। धरना प्रदर्शन के दौरान मीरा त्रिवेदी, नलीनी त्रिवेदी, कुमुदनी रावत, रोजी गुडवीन, प्रभा जैन, शक्ति नागर आदि मौजूद रहे।