scriptबांसवाड़ा पीएचईडी की अंधेरगर्दी, पानी की टंकियों की सफाई नहीं और तारीखें बदलकर कर रहे खानापूर्ति | Banswara PHED's blindness, no cleaning of water tanks and just changin | Patrika News

बांसवाड़ा पीएचईडी की अंधेरगर्दी, पानी की टंकियों की सफाई नहीं और तारीखें बदलकर कर रहे खानापूर्ति

locationबांसवाड़ाPublished: Sep 08, 2019 12:33:20 pm

Submitted by:

deendayal sharma

बांसवाड़ा शहर के विभिन्न इलाकों में पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई टंकियों की समय पर सफाई नहीं हो रही। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी कुछ महीनों के अंतराल में इन पर लिखी तारीखें बदलकर खानापूर्ति कर रहे हैं। इसकी पोल खुद विभागीय कर्मचारियों ने गलत तारीखें लिखकर खोली हैं।

बांसवाड़ा पीएचईडी की अंधेरगर्दी, पानी की टंकियों की सफाई नहीं और तारीखें बदलकर कर रहे खानापूर्ति

बांसवाड़ा पीएचईडी की अंधेरगर्दी, पानी की टंकियों की सफाई नहीं और तारीखें बदलकर कर रहे खानापूर्ति

बांसवाड़ा. शहर के विभिन्न इलाकों में पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई टंकियों की समय पर सफाई नहीं हो रही। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी कुछ महीनों के अंतराल में इन पर लिखी तारीखें बदलकर खानापूर्ति कर रहे हैं। इसकी पोल खुद विभागीय कर्मचारियों ने गलत तारीखें लिखकर खोली हैं। इसके अलावा मुस्लिम कॉलोनी में तो यह गतिविधि देखकर क्षेत्रवासियों ने रोष जताते हुए कर्मचारियों को चलता कर दिया। इसके चलते वहां तारीख भी बदली नहीं जा सकी है।
वार्ड 34 के बाशिंदों ने बताया कि यहां पुलिस क्वार्टर्स के पास मुस्लिम कॉलोनी की पानी की टंकी की सफाई नहीं होने से आपूर्ति के समय बर्तनों में कीड़े और कचरा साथ आ रहा हैं। इसकी शिकायत पर परवाह किए बगैर कर्मचारी मनमाने तरीके से सफाई की वर्तमान तिथि और आगामी तिथि लिखने पहुंच गए, तो उन्हें रोकने के सिवा कोई चारा नहीं रहा।
यहां यह दिखलाई दिए हाल
कलक्टरी परिसर में जिला परिषद के सामने की टंकी पर पीएचईडी के कर्मचारियों ने सफाई की वर्तमान तिथि 1 मार्च 19 लिखने के साथ आगामी तिथि भी यही लिख दी। यही तारीख कलक्टरी के दूसरे गेट पर उपभोक्ता मंच के करीब वाली टंकी पर लिखी गई। इससे विभाग के फर्जीवाड़े की पोल खुद कर्मचारियों ने ही खोल दी।
अस्पताल परिसर में भी संजीदगी नहीं
इसके अलावा जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर की टंकी की सफाई की वर्तमान तिथि इसी महीने में 16 जुलाई,19 और छह माह बाद की आगामी तिथि 16 जनवरी 20 लिखी गई। काली पट्टिका पर सफेद अक्षर ताजा ही हैं, जबकि जुलाई में सफाई होती और तब तारीख लिखी होती तो लगातार बारिश के चलते अक्षर धुंधले हो चुके होते।
इनका कहना है
मुस्लिम कॉलोनी में वाकई सफाई नहीं हुई। पेंटर गलती से तारीख लिखने चला गया। संभव है कि दूसरी टंकियों पर बगैर जानकारी लिए पेंटर ने तारीखें लिख दी हों। शहर की सभी टंकियों की सफाई की पुष्टि करेंगे और जहां-जहां सफाई नहीं हुई, वहां कर्मचारी लगाएंगे।
दुर्गेश शाह सहायक अभियंता शहर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बांसवाड़ा

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