पुलिस के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक के उपप्रबंधक झुंझुनूं के मूल निवासी वीरेंद्रसिंह पुत्र भेरुसिंह गौड़ 8 जनवरी को सपरिवार अपने घर गए थे। पीछे उनका फ्लैट नंबर 407 बंद था। 13 जनवरी को वापसी पर घर का ताला टूटा और भीतर सामान अस्त-व्यस्त पाया। पता चला कि चोर यहां से जेवर और कीमती सामान निकाल ले गए। इस पर केस दर्ज कर एसआई गोविंदसिंह के नेतृत्व में टम ने तहकीकात शुरू की, तो यहां रेजीडेंसी के कैमरे बंद पाए गए। इस पर चौकीदार सदर इलाके के रुजिया, नयापाड़ा निवासी जगदीप पुत्र वरसेंग चरपोटा पर संदेह गया। पूछताछ करने पर वह गुमराह करने लगा, तो शंका और बढ़ी। फिर थाने लाकर सख्ती से पूछताछ पर वह फूट पड़ा। उसने गौड़ के फ्लैट छोडऩे के तीसरे दिन शनिवार रात ताला तोड़कर वारदात करना कबूला तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कलाजी का भक्त, स्थानक के करीब दबाया था माल
प्रकरण में एसआई गोविंदसिंह ने बताया कि जगदीश कलाजी बावजी का भक्त है। उसने चोरी का माल अपने घर के पीछे स्थानक के पीछे स्थानक के पास गड्ढा खोदकर दबा दिया था। इस खुलासे पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर गड्ढा खुदवाकर पॉलीथिन के थैले में भरा माल बरामद किया। इसमें सोने और चांदी के जेवर, जिसमें मंगलसूत्र, पेंडल, पातड़ी कानों के लटकन, नाक के कांटे, चांदी के पायजेब और अन्य सामान शामिल था। प्रकरण के फरियादी से तस्दीक कराने पर शत प्रतिशत वही माल निकला, जो उसके घर से चोरी हुआ। पूछताछ के बाद आरोपी को शाम को ही कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश हुए।
प्रकरण में एसआई गोविंदसिंह ने बताया कि जगदीश कलाजी बावजी का भक्त है। उसने चोरी का माल अपने घर के पीछे स्थानक के पीछे स्थानक के पास गड्ढा खोदकर दबा दिया था। इस खुलासे पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर गड्ढा खुदवाकर पॉलीथिन के थैले में भरा माल बरामद किया। इसमें सोने और चांदी के जेवर, जिसमें मंगलसूत्र, पेंडल, पातड़ी कानों के लटकन, नाक के कांटे, चांदी के पायजेब और अन्य सामान शामिल था। प्रकरण के फरियादी से तस्दीक कराने पर शत प्रतिशत वही माल निकला, जो उसके घर से चोरी हुआ। पूछताछ के बाद आरोपी को शाम को ही कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश हुए।