scriptबावरिया गैंग ने टीवी पर कथा देखकर की बांसवाड़ा में चेन स्नेचिंग की प्लानिंग, सभी नौ सदस्य रिमांड पर | Banswara police arrested the Bawaria gang, chain snatching cases disc | Patrika News

बावरिया गैंग ने टीवी पर कथा देखकर की बांसवाड़ा में चेन स्नेचिंग की प्लानिंग, सभी नौ सदस्य रिमांड पर

locationबांसवाड़ाPublished: Nov 10, 2019 11:22:22 am

Submitted by:

deendayal sharma

बांसवाड़ा में मोटागांव थाना क्षेत्र के देलवाड़ा गांव में भागवत कथा के दौरान श्रद्धालुओं के गले से सोने की चेनें उड़ाने के मामले में पकड़ी गई बावरी गैंग ने टीवी चैनल पर आयोजन का लाइव प्रसारण देखकर वारदात की प्लानिंग की थी। पुलिस ने यह खुलासा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दूसरे दिन रिमांड पर लेने के साथ किया है।

बावरिया गैंग ने टीवी पर कथा देखकर की बांसवाड़ा में चेन स्नेचिंग की प्लानिंग, सभी नौ सदस्य रिमांड पर

बावरिया गैंग ने टीवी पर कथा देखकर की बांसवाड़ा में चेन स्नेचिंग की प्लानिंग, सभी नौ सदस्य रिमांड पर

बांसवाड़ा/गनोड़ा. मोटागांव थाना क्षेत्र के देलवाड़ा गांव में भागवत कथा के दौरान श्रद्धालुओं के गले से सोने की चेनें उड़ाने के मामले में पकड़ी गई बावरी गैंग ने टीवी चैनल पर आयोजन का लाइव प्रसारण देखकर वारदात की प्लानिंग की थी। पुलिस ने यह खुलासा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दूसरे दिन शनिवार को रिमांड पर लेने के साथ किया है। पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य सभी भक्ति चैनलों को देखते हैं, जहां भी बड़ी संख्या में महिलाएं एवं अन्य लोगों की मौजूदगी होती है वहीं ये लोग पहुंच जाते हैं व वारदातों को अंजाम देते हैं।गैंग के सदस्यों के पकड़े जाने की जानकारी भरतपुर उच्चाधिकारियों को भी दी गई है। ये हुए गिरफ्तार थानाधिकारी नगेंद्रसिंह ने बताया कि बावरी गैंग एक ही परिवार और भरतपुर के रणजीतनगर कच्ची बस्ती की निवासी है। इनमें होरीलाल पुत्र सूरजमल बावरी, उसके भाई सुनील और शेरु, होरीलाल की पत्नी कश्मीरा, शेरू की पत्नी सपना के अलावा सोनिया पत्नी कालीचरण, मधु पत्नी योगेश, गुड्डी पत्नी राकेश और अंजलि पुत्री योगेश शामिल हैं। मामले में पुलिस अधीक्षक केसरसिंह के निर्देशन में धरपकड़ के बाद पूछताछ में इन्होंने देलवाड़ा में चैन स्नेचिंग की दो वारदातों से पहले चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, कोटा, दिल्ली, पूणे, मुरैना, मुंबई, अहमदाबाद में आपराधिक घटनाएं करना कबूल किया है। इनसे देलवाड़ा के अलावा यहीं पर हुई एक अन्य वारदात के खुलासे की उम्मीद है। कोर्ट से सात दिन के रिमांड पर लेकर पुलिस टीम पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि बावरी गैंग की धरपकड़ को लेकर पत्रिका ने शनिवार के अंक में खुलासा किया था।यों पकड़ में आई थी गैंग थानाधिकारी सिंह के अनुसार देलवाड़ा में 1 से 8 नवंबर तक भानपुरा पीठ के शंकराचार्य की भागवत कथा और तुलसी विवाह के आयोजन के मद्देनजर पुलिस बल तैनात था। आयोजन के अंतिम चरण के दौरान 6 नवंबर को बावरी गैंग ने एक टीवी चैनल पर लाइव कार्यक्रम देखा, तो प्लानिंग कर दूसरे दिन शाम को रवाना होकर 8 नवंबर की दोपहर कथा स्थल पर पहुंच गए। यहां जैसे ही शंकराचार्य व्यासपीठ पर आए, लोग स्वागत के लिए बढ़े, तो भीड़ में गैंग के सदस्यों ने दो श्रद्धालुओं की गले से चेनें खींच लीं। इसकी भनक पर माइक से घोषणा पर पुलिस ने घेराबंदी की, तो निकासी के गेट से गैंग ने निकल भागने का प्रयास किया। तब पीछा कर संदिग्ध स्कार्पियो को रोककर इनसे पूछताछ की गई, तो आरोपियों ने हड़बड़ाहट में नाम-पते गलत बताए। बाद में आईडी से गुमराह करने की पुष्टि पर इन्हें धर लिया गया। गूगल मैप से पहुंचे देलवाड़ा पुलिस की अब तक पूछताछ से पता चला कि बावरी गैंग हाइटेक हो चुकी है। वह विभिन्न शहरों में वारदातें करने और फिर रफूचक्कर होने के लिए स्कार्पियो गाड़ी से आवाजाही करती है, जिससे आसानी से कोई शक नहीं करता। पहली दफा वागड़ क्षेत्र में घुसी गैंग ने यहां देलवाड़ा तक आने के लिए गुगल रोड मेप का इस्तेमाल किया था। गैंग में शामिल एक आरोपी पर सात, दूसरे पर चार, तीसरे पर तीन और दो अन्य पर एक-एक प्रकरण पहले दर्ज हो चुके हैं।
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