बांसवाड़ा

banswara : कडाना बेकवाटर से चाप नदी में उफान, बारिश से गढ़ी-अरथूना क्षेत्र में 70 मकान गिरे, भैसाऊ में खाली कराए घर

बांसवाड़ा जिले के गढ़ी, अरथूना क्षेत्र में लगातार बारिश के चलते 70 कच्चे-पक्के मकान ढह गए। स्कूल भवनों को भी नुकसान हुआ है। माही बांध के 16 गेट खुले रहनें व कडाना बांध के बेकवाटर से चाप नदी का जल स्तर लगातार बढऩे के कारण ईटाउवा पटवार मंडल के भैसाउ गांव के नदी से सटे चार-पांच घरों को खाली कराया गया। यहां नदी तट परन संगमेश्वर शिवालय पानी में डूब गया।

बांसवाड़ाSep 15, 2019 / 11:53 am

deendayal sharma

banswara : कडाना बेकवाटर से चाप नदी में उफान, बारिश से गढ़ी-अरथूना क्षेत्र में 70 मकान गिरे, भैसाऊ में खाली कराए घर

बांसवाड़ा/परतापुर. बांसवाड़ा जिले के गढ़ी, अरथूना क्षेत्र में लगातार बारिश के चलते 70 कच्चे-पक्के मकान ढह गए। स्कूल भवनों को भी नुकसान हुआ है। माही बांध के 16 गेट खुले रहनें व कडाना बांध के बेकवाटर से चाप नदी का जल स्तर लगातार बढऩे के कारण ईटाउवा पटवार मंडल के भैसाउ गांव के नदी से सटे चार-पांच घरों को खाली कराया गया। यहां नदी तट परन संगमेश्वर शिवालय पानी में डूब गया। पशुधन को भी सुरक्षित जगह लाया गया है।
गढ़ी इलाके में ही क्षेत्र में लगातार बरसात से क्षेत्र में कई जगह मकानों एवं स्कूल की दीवारें ढह गई। कुछ मकानों में पानी भरने से लोग परेशान हैं। इधर, कडाना बेक वाटर से खतरे की आशंका को देखते हुए परतापुर एवं गढ़ी में नगरपालिका एवं तहसील प्रशासन ने लोगों को सतर्क किया है। माही बांध के 16 गेट खोलने पर गढ़ी चाप नदी में जल स्तर बढ़ गया। इससे गढ़ी बस स्टैण्ड स्थित नाले में पानी की भारी आवक हुई। यहां निचली बस्ती में पानी भरने एवं परतापुर-गढ़ी मार्ग अवरूद्ध की भी आशंका बनी।
बांसवाड़ा के दानपुर इलाके में बाढ़ जैसे हालात, रास्ते रुके, लाखों का नुकसान

माही नदी में भी जल स्तर बढऩे से शिवालय के घाट की सीढिय़ों तक पानी पहुंच गया। गढ़ी तहसीलदार गोपाल लाल बंजारा ने बताया कि गढ़ी और अरथूना तहसील क्षेत्र में बरसात के कारण 70 मकान ढहने की जानकारी मिली है। सम्बंधित पटवारियों को मौका पंचनामा बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद आवेदन पत्र तैयार कर सरकारी सहायता दिलाई जाएगी।
डेयरी महुड़ी में कच्चा मकान गिरा

जौलाना. नाहली पंचायत के डेयरी महुड़ी माजिया में बारिश के चलते दिनेष पुत्र नाथू चरपोटा का मकान गिरा गया। इस दौरान घर में कोई नहीं होने से किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। इधर, वागलिया पुलिया पर पानी चलने के बावजूद शनिवार को ग्रामीण व स्कूली बच्चे जोखिम उठाकर निकलते दिखे। हांलाकि जौलाना चौकी की पुलिस की मौजूदगी पर आवागमन बंद है, लेकिन जवानों के इधर-उधर होते ही पुलिये से उस पार के गांव सांगेला, डोबापाड़ा, टीमुरूवा आदि गांवों के लोग आ-जा रहे हैं।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.