गौरतबल है कि प्रदर्शन केतहत कार्मिकों ने यज्ञ में आहुतियां देने के बाद वर्कशॉप से कलक्ट्री तक रैली निकाली और जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप। निजी बसों का संचालन रोडवेज बस स्टैंड से दूर करने की मांग की। मांगे के साथ ही कार्मिकों ने राजस्थान सरकार के आदेश का हवाला दिया। जिसमें निजी बसों का ठहराव केंद्रीय बस स्टैंड से 3-5 किमी दूर करने के निर्देश दिए गए थे।
इस संबंध में बांसवाड़ा शाखा अध्यक्ष मनोहर सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से पूर्व में ही निजी बसों का संचालन दूर करने के आदेश दिए जा चुके हैं। लेकिन बांसवाड़ा में बस स्टैंड से महज 100 मीटर दूरी पर ही निजी बसों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। जिस कारण सभी को परेशानी होती है। कई बार तो निजी बसों के कार्मिक रोडवेज कार्मिकों के साथ मारपीट तक करते हैं। निजी बसों का संचालन दूर स्थान से न होने के कारण रोडवेज को राजस्व का काफी नुकसान होता है। साथ ही उन्होंने बताया कि निजी बस संचालकों के द्वारा रोडवेज बसों के संचालन समय के साथ ही संचालन करने से भी रोडवेज का राजस्व की हानि हो रही। जिसके समाधान के लिए ही जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
यात्री भी परेशान गत दिनों की तरह सोमवार को भी यात्री रोडवेज बस की आस में परेशान दिखे। जानकारी के अभाव में रेाडवेज स स्टैंउ पहुंचे यात्रियों को अधिक किराया देकर गंतव्य की ओर यात्रा करनी पड़ी।
आज भी नहीं चलेंगी बसें
संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को भी बसों का संचालन नहीं किया जाएगा। उन्होने बताया कि सरकार और मोर्चा पदाधिकारियों के बीच चर्चा सफल नहीं हो पाई है। इसलिए कार्मिक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। जबतक कार्मिकों की मांगे नहीं मान ली जाती हैं। तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को भी बसों का संचालन नहीं किया जाएगा। उन्होने बताया कि सरकार और मोर्चा पदाधिकारियों के बीच चर्चा सफल नहीं हो पाई है। इसलिए कार्मिक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। जबतक कार्मिकों की मांगे नहीं मान ली जाती हैं। तब तक हड़ताल जारी रहेगी।