प्रियंका बताती है कि मिशन को लेकर सभी ने कड़ी मेहनत की। वे खुद ऑफिस से घर आने के बाद 4 से 6 घण्टे पढ़ाई करती रही हैं। इसके अलावा सामान्य दिनों की अपेक्षा कई घण्टे ज्यादा ऑफिस में काम किया। वे बताती हैं कि वे अभी साइंसटिस्ट ‘सी’ पद पर कार्यरत हैं। प्रियंका ने बताया कि उनके पिता डॉ. राजेश कुमार चौधरी महात्मा गांधी अस्पताल में नियुक्त हैं, उन्होंने और मां नीतू चौधरी ने पढ़ाई के लिए काफी सपोर्ट किया।
प्रियंका के पिता डॉक्टर चौधरी ने बताया कि प्रियंका ने वर्ष 2011 में राज्य बोर्ड स्टेट मेरिट में पांचवा स्थान प्राप्त किया था और वर्ष 2013 में 12वीं में भी अच्छे प्रतिशत प्राप्त किए थे। और उसी वर्ष ऐरो स्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक के लिए सिलेक्शन हो गया था। प्रियंका ने त्रिवेंद्रम केरला से बीटेक किया।