scriptराजस्थान की बेटी प्रियंका भी है भारत के मिशन चंद्रयान-2 का हिस्सा, कड़ी मेहनत से पाया मुकाम | Banswara's daughter Priyanka is also a part of Mission Chandrayaan-2 | Patrika News

राजस्थान की बेटी प्रियंका भी है भारत के मिशन चंद्रयान-2 का हिस्सा, कड़ी मेहनत से पाया मुकाम

locationबांसवाड़ाPublished: Sep 07, 2019 12:45:12 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

– Mission Chandrayaan-2, Chandrayaan Mission Succesful
– बांसवाड़ा की बेटी कड़ी मेहनत से पहुंची इसरो- वागड़ सहित देश का नाम किया रोशन

राजस्थान की बेटी प्रियंका भी है भारत के मिशन चंद्रयान-2 का हिस्सा, कड़ी मेहनत से पाया मुकाम

राजस्थान की बेटी प्रियंका भी है भारत के मिशन चंद्रयान-2 का हिस्सा, कड़ी मेहनत से पाया मुकाम

बांसवाड़ा. बांसवाड़ा की एक बेटी ने मेहनत के बूते बांसवाड़ा ही नहीं बल्कि देश का सिर फक्र से ऊंचा कर दिया है। उन्हें चंद्रयान-2 मिशन में शामिल किया गया है। प्रियंका चौधरी शुरू से ही पढ़ाई में अग्रणी रही और मेहनत से साइंसटिस्ट तक का सफर पूरा किया। प्रियंका ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में ऐरो स्पेस से बीटेक पूरा करने के बाद इसरो ज्वाइन किया और चंद्रयान-2 मिशन का हिस्सा बनी और इस मिशन के साथ ही अन्य कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। इस मिशन में वे लॉन्चिंग से लेकर लैंडिंग तक टीम का हिस्सा हैं।
6 शिक्षकों ने अपनी मेहनत से बदल दी इस गांव की तस्वीर… ड्राइवर और मजदूरों के गांव में युवा बनने लगे शिक्षक और पुलिस

मिशन के लिए रोजाना 4 से 6 घण्टे की पढ़ाई
प्रियंका बताती है कि मिशन को लेकर सभी ने कड़ी मेहनत की। वे खुद ऑफिस से घर आने के बाद 4 से 6 घण्टे पढ़ाई करती रही हैं। इसके अलावा सामान्य दिनों की अपेक्षा कई घण्टे ज्यादा ऑफिस में काम किया। वे बताती हैं कि वे अभी साइंसटिस्ट ‘सी’ पद पर कार्यरत हैं। प्रियंका ने बताया कि उनके पिता डॉ. राजेश कुमार चौधरी महात्मा गांधी अस्पताल में नियुक्त हैं, उन्होंने और मां नीतू चौधरी ने पढ़ाई के लिए काफी सपोर्ट किया।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर निकला ‘ग्रीनमैन’ पहुंचा बांसवाड़ा, 24 हजार किमी यात्रा कर देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश

शुरुआत से रही मेधावी
प्रियंका के पिता डॉक्टर चौधरी ने बताया कि प्रियंका ने वर्ष 2011 में राज्य बोर्ड स्टेट मेरिट में पांचवा स्थान प्राप्त किया था और वर्ष 2013 में 12वीं में भी अच्छे प्रतिशत प्राप्त किए थे। और उसी वर्ष ऐरो स्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक के लिए सिलेक्शन हो गया था। प्रियंका ने त्रिवेंद्रम केरला से बीटेक किया।
राजस्थान की बेटी प्रियंका भी है भारत के मिशन चंद्रयान-2 का हिस्सा, कड़ी मेहनत से पाया मुकाम
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो