बांसवाड़ा

युवाओं ने शुरू किया सप्ताह में एक दिन गांव में सफाई करने का काम, लोगों के लिए बने मिसाल और दे रहे स्वच्छता का पैगाम

– Clean India Mission, Clean India Campaign
– सप्ताह का एक दिन गांव की स्वच्छता के लिए समर्पित- लसाड़ा गांव के युवाओं ने कायम की मिसाल

बांसवाड़ाAug 29, 2019 / 01:14 pm

Varun Bhatt

युवाओं ने शुरू किया सप्ताह में एक दिन गांव में सफाई करने का काम, लोगों के लिए बने मिसाल और दे रहे स्वच्छता का पैगाम

विनोद त्रिवेदी/पालोदा/बांसवाड़ा. ‘सोच बदलो, देश बदलेगा’ और ‘मेरा गांव, मेरा देश’ का जज्बा दिल में हो तो फिर कोई भी काम मुश्किल नहीं। गांव में फैली गंदगी चिंता बनी तो युवाओं ने आगे आकर इसके समाधान के प्रयास शुरू किए और अब इस पहल ने एक अभियान का रूप ले लिया है। युवाओं ने सप्ताह में एक दिन गांव की सफाई के नाम कर दिया है और इसका असर साफ सुथरे भूभाग के रूप में दिखने लगा है। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को समर्पित ये युवा किसी को मदद करने को नहीं कहते, बस खुद ही जुटते हैं और एक-एक मोहल्ले-बस्ती को चुनकर साफ-सुथरा कर ग्रामीणों से अपने क्षेत्र को स्वच्छ रखने का संदेश देते हैं। इस पहल का प्रभाव यह हुआ है कि लोग खुद-ब-खुद साथ देकर अपने घर के आसपास स्वच्छता रखने लगे हैं।
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बस चिंता जगी और बना लिया नया मकसद
टोली में शामिल युवा वजेंग पाटीदार ने चर्चा पर कहा कि पहले अक्सर फुर्सत में वे दोस्तों के साथ चौराहे पर बैठकर बतियाते-टाइम पास करते थे। एक दिन यों ही गांव में फैली गंदगी-कचरे को लेकर चिंता जताई, तो दोस्तों ने मिलकर सफाई की मुहिम अपने स्तर पर ही चलाने पर सहमति दी। फिर क्या था, सप्ताह में एक दिन बस इसी काम को देने का निश्चय किया और जुटने लगे। पहले पहल पाटीदार बस्ती को साफ किया और वहीं सप्ताह में एक दिन श्रमदान कर गांव को स्वच्छ बनाने की शपथ ली। यह देखकर बुजुर्गों का भी समर्थन मिलने लगा। तब से यह क्रम जारी है।
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अपने आसपास दे रहे हैं ध्यान
युवाओं की टीम में शामिल एक और युवा प्रवीण पाटीदार ने कहा कि ग्राम पंचायत सफाई करवाती है, लेकिन उसी पर निर्भर रहना और कचरा फैलने पर कोसना समझदारी नहीं है। यही सोचकर सभी दोस्त खुद जुटे। अब स्थिति यह है कि जो लोग करीबी बस्ती में मदद को आगे नहीं आते, वे भी इतना विचार जरूर करते हैं कि कम से कम अपने घर के आसपास को तो साफ रख ही सकते हैं। इससे भी बदलाव होने लगा है। टीम के सदस्य प्रकाश पाटीदार, निलेश पाटीदार, रोशन पाटीदार और जितेंद्र भी हैं और अब दूसरे समाजों के युवा भी इनकी मुहिम में जुडकऱ सहयोग कर रहे हैं।
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