एसपी ने बताया कि यहां काम में बहुत ढीलापन है। यदि कोई पत्र आज आया है तो वह उसी दिन थाने पर पहुंचना चाहिए, लेकिन यहां पुलिसकर्मी डाक लेने ही नहीं आते है। जिससे इससे जुड़े प्रकरणों के निस्तारण में भी देरी होती हैं। कार्य में इस तरह की लापरवाही से विभाग के लंबित प्रकरणों की संख्या भी बढ़ती है। इस पर एसपी ने निर्देश दिए कि जो भी पुलिस कार्मिक थाने से आता है वह एसपी ऑफिस की प्रत्येक ब्रांच से डाक लेकर जाए। उसी दिन उस पत्र पर थानाधिकारी त्वरित कार्रवाई कर प्रकरण का निस्तारण करें। एसपी ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में लापरवाही पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने बताया कि प्रत्येक थाने पर पहुंचने वाले पीडि़त के साथ थाने में शालीनता से पेश आए। वांछित प्रकरणों में गिरफ्तारियां की जाए। जिससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा हो सके। देरी से न्याय नहीं मिलना चाहिए। इसके अलावा हर घटनाक्रम पर अधिकारी मौके पर पहुंचे यह भी प्रयास किए जाएंगे।
इधर, डीएसबी में दस्तावेजों की जांच एवं अन्य जानकारियों को लेते समय एसपी ने डीएसबी के प्रभारी से कई प्रकार की जानकारी ली। इस दौरान कुछ कमियों पर एसपी ने प्रभारी को सस्पेंड करने तक की बात बोल डाली। वहीं क्राइम असीस्टेंट को कार्यशैली सुधार करने के निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न सवालों पर अन्य कार्मिक भी बगले झांकते दिखाई पड़े। एसपी ने सभी पुलिस कार्मिकों को यह भी निर्देश दिए किए पुलिस कार्मिक घर तभी जाएगा जब कार्य पूरा हो जाएगा।