गौरतलब है कि इस सीट पर पांच प्रत्याशियों भाजपा के कनकमल कटारा, कांग्रेस के ताराचंद भगोरा, बीटीपी के कांतिलाल रोत, बसपा के बापूलाल और निर्दलीय नितेश के भाग्य का फैसला जल्द होने वाला है। इनमें प्रमुख प्रतिद्वंदी भाजपा के लिए सीट बचाने की चुनौती है, तो कांग्रेस के लिए सीट पर अपने वर्चस्व के इतिहास को दोहराने की परीक्षा है। रिटर्निंग अधिकारी आशीष गुप्ता के अनुसार यहां आठ विधानसभा क्षेत्रों के मतों की गणना कड़े सुरक्षा पहरे में होगी। मतगणना स्थल और उसके इर्द गिर्द त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
चार दशक का रेकार्ड मतदान, तो हार-जीत के अंतर का रेकार्ड भी मुमकिन
इस लोकसभा सीट पर चार दशक बाद रिकार्ड 72.81 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग कर पांच प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में लॉक किया था। सर्वाधिक मतदान घाटोल विधानसभा क्षेत्र में 81.17 प्रतिशत और सबसे कम मतदान प्रतिशत चौरासी विधानसभा क्षेत्र में 61.21 प्रतिशत रहा था। बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र में कुल 19 लाख 75 हजार 198 मतदाता थे, जिनमें नौ लाख 96 हजार 762 पुरुष और नौ लाख 78 हजार 429 महिलाएं सम्मिलित थीं। इनमें से 14 लाख 38 हजार 201 मतदाताओं ने वोट डाले हैं। इनमें सात लाख पांच हजार 268 पुरुष व सात लाख 32 हजार 929 महिलाएं सम्मिलित हैं। ऐसे में मुमकिन है कि मतगणना से इस बार हार-जीत के अंतर का भी कोई ऐतिहासिक रेकार्ड बने।
मतगणना अलग-अलग 9 कक्षों में 92 टेबल्स पर हो रही है। घाटोल विधानसभा में सर्वाधिक 33 राउण्ड में, जबकि कुशलगढ़ के लिए 28, बागीदौरा के लिए 26, बांसवाड़ा के लिए 24, चौरासी, डूंगरपुर, सागवाड़ा व गढ़ी के लिए 22-22 राउण्ड में मतगणना होने के बंदोबस्त किए गए हैं। घाटोल विधानसभा क्षेत्र की मतगणना कक्ष नंबर 45 में नौ टेबल पर, गढ़ी की कक्ष नंबर 50 में 14 टेबल्स पर,बांसवाड़ा की कक्ष नंबर 29 में 11 टेबल्स पर, बागीदौरा की कक्ष नंबर 64 में 11 टेबल्स पर हैं। कुशलगढ़ की गणना कक्ष नंबर 48 में 9 टेबल्स पर है, वहीं डूंगरपुर की कक्ष क्रमांक 6 में 11 टेबल्स पर, सागवाड़ा की कांफ्रेंस हॉल में 12 टेबल्स पर तथा चौरासी विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना कक्ष क्रमांक 63 में 11 टेबल्स पर है। इसके अलावा डाक मतपत्र की गणना आरओ कक्ष में 4 टेबल्स पर होगी।