इस पर सल्लोपाट थाने में एफआईआर पर झोलाछाप को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार अपराह्न विभाग की टीम जब यहां पहुंची तो झोलाछाप अपूर्व रोगियों का उपचार कर रहा था। विभाग की टीम को देखकर वह घबरा गया और उपचार छोड़ खड़ा हो गया।
उपचार व दवाओं के विषय में चिकित्सकीय दल ने जब उससे सवाल किए तो वह बगले झांकने लगा। इस पर दल ने उसका चिकित्सकीय डिग्री व अन्य प्रमाण पत्र दिखाने को कहा तो वह कुछ नहीं बोला। इसके बाद विभागीय दल को उनकी सूचना सही होने व झोलाछाप होने की पुष्टि हुई।
खंगाला पूरा कक्ष तो उड़े होश
दल ने क्लिनिक का पूरा कक्ष खंगाला तो उसे यहां दवाओं का भी ढेर मिला। इसमें कई ऐसे इंजेक्शन भी थे जो गर्भनिरोधक के रूप में काम आते हैं, जो बहुत खतरनाक होते हैं और विशेष स्थिति में विशेषज्ञों के परामर्श के बाद ही इसका उपयोग किया जाता है। साथ ही स्टीयराइड युक्त दवाएं भी मिली, जिनका अधिक उपयोग घातक हो सकता है।
दल ने क्लिनिक का पूरा कक्ष खंगाला तो उसे यहां दवाओं का भी ढेर मिला। इसमें कई ऐसे इंजेक्शन भी थे जो गर्भनिरोधक के रूप में काम आते हैं, जो बहुत खतरनाक होते हैं और विशेष स्थिति में विशेषज्ञों के परामर्श के बाद ही इसका उपयोग किया जाता है। साथ ही स्टीयराइड युक्त दवाएं भी मिली, जिनका अधिक उपयोग घातक हो सकता है।
बायोबेस्ट भी बेतरतीब छापे के दौरान यहां बायोबेस्ट का भी ठीक से निस्तारण नहीं होना सामने आया। उपयोग के बाद सीरिंज खुले में पड़ी थीं और ड्रीप के बाद खाली बोलतें व घाव की सफाई के पश्चात रुई इत्यादि भी खुले में पड़ी मिली, जिसे दल ने गंभीर गड़बड़ी माना है।