वहीं भारतीय जनता पार्टी की जारी सूची में नाम शामिल नहीं होने से बीजेपी के कई नेता बगावत पर उतर आए तो कई नेताओं के कार्यकर्ताओं ने नाराज़गी जाहिर की। ऐसे में भाजपा के वर्तमान विधायक व ग्रामीण विकास व पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत का टिकट कटने के बाद समर्थकों ने पार्टी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की।
रावत को टिकट नहीं देने के विरोध में तीन मंडल अध्यक्षों व पदाधिकारियों आदि ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया। इन सबके बीच राज्यमंत्री रावत ने स्वयं को संगठन के निर्णय के साथ बताया।
वहीं शुक्रवार को राज्य मंत्री धनसिंह रावत टिकट कटने के विषय में बोले बेईमान लोगों ने सर्वोच्च नेतृत्व को गलत रिपोर्ट दी है। जिसके चलते टिकट कटा है। उच्च नेतृत्व अपने सूत्रों के माध्यम से पता लगाकर अध्ययन कर आमजन की भावनाओं को ध्यान में रखकर दोबारा टिकट को लेकर निर्णय करें।