बांसवाड़ा : बांसवाड़ा और गढ़ी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की दावेदारी को लेकर पत्ते खुले
बांसवाड़ा. विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से दूसरे चरण में जारी सूची ने जिले को चौंका दिया। इसमें दोनों ही सीटों पर चए चेहरों को मौका देते हुए राज्य मंत्री और पूर्व मंत्री के टिकट काट दिए गए। बुधवार को सूची का खुलासा होते ही हर कोई अचम्भित हो गया। बांसवाड़ा विधानसभा सीट के लिए राज्य मंत्री धनसिंह रावत का टिकट काटकर हकरू मईड़ा को मौका दिया गया, जबकि गढ़ी विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री एवं विधायक जीतमल खांट को परे करके कैलाश मीणा को अवसर दिया है। आरएसएस और वनवासी कल्याण परिषद में वर्षों से सक्रिय ४५ वर्षीय हकरू मईड़ा पहली दफा विधानसभा चुनाव मैदान में हैं, तो ५४ वर्षीय कैलाश मीणा को अब पार्टी ने मौका दिया है। दोनों संघनिष्ठ, किसान और मजदूर नेता भी
इन नए चेहरों की खास बात यह है कि दोनों संघनिष्ठ हैं और किसान-मजदूर नेता रहे हैं। भाजपा जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हकरू मईड़ा खुद पेशे से किसान हैं और किसानों-मजदूरों के नेता रहे हैं। दूसरी ओर, कैलाश मीणा भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री और अभी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष हैं। हकरू मईड़ा को वर्षों बाद इस चुनाव में मौका मिला है, तो कैलाश मीणा भी परिसीमन के बाद से टिकट के लिए प्रयासरत रहे और अब उन्हें सफलता मिली है। वागड़ के दोनों जिलों की दो-दो प्रत्याशी चर्चा में
भाजपा की दूसरी सूची जारी होने के बाद बांसवाड़ा-डूंगरपुर यानी वागड़ क्षेत्र की सभी ९ सीटों की तस्वीर साफ होने के साथ दोनों ही जिलों के दो-दो प्रत्याशी अब चर्चा में ज्यादा हैं। बदलाव के दौर में हालांकि घाटोल सीट भी शामिल हो गई, लेकिन वहां वरिष्ठ नेता और विधायक नवनीतलाल निनामा उम्रदराज होने से यह अप्रत्याशित नहीं लगा। दूसरी ओर, बांसवाड़ा विधायक और मौजूदा मंत्री धनसिंह रावत की जगह हकरू मईड़ा को टिकट मिलने और उधर गढ़ी में निवर्तमान विधायक जीतमल खांट को टालकर कैलाश मीणा के टिकट मिलने से तरह-तरह की चर्चाएं रात तक चलती रही। गौरतलब है कि डूंगरपुर जिले में दो विधायकों के टिकट पहली सूची में ही कट गए थे और तभी से पार्टी में खलबली मची हुई है।