इधर मतदान स्थल पंचायत समिति परिसर के बाहर मतगणना तक सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता डटे रहे। जीत के बाद भाजपा समर्थकों ने आतिशबाजी की व नवनिर्वाचित प्रधान को फूल मालाओं से लाद दिया। ढोल ढमाकों के साथ जुलूस पीपली चौराहा पहुंचा, जहां स्वागत किया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी, पूर्व संसदीय सचिव भीमा भाई डामोर, ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष कानहींग रावत, नगर मण्डल अध्यक्ष नितेश बैरागी, नपाध्यक्ष रेखा जोशी, सोहनलाल कटारा, युवा मोर्चा के मुकेश रावत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गौरतलब है कि एक वर्ष पूर्व रमीला खडिय़ा को फर्जी अंकतालिका मामले में पद से हटाने के बाद प्रधान का पदभार उपप्रधान चंपा देवी को सौंपा था तब से चंपा देवी ही प्रधान का पदभार संभाल रही थी। गत चुनाव में भी दोनो दलों के पास आठ-आठ सदस्य थे तब निर्दलीय चंपा देवी ने कांग्रेस को समर्थन दिया था और कांग्रेस की रमीला खडिय़ा प्रधान बनी थी। उपचुनाव सें पूर्व 30 जून को पंचायत समिति सदस्यों के हुए उपचुनाव में कांग्रेस के तीन व भाजपा के दो सदस्य जीते थे, जिससे दोनों दलों के पास आठ आठ सदस्य थे। चंपा देवी निर्दलीय जीती थी और वह भाजपा में शामिल हो गई।