इस पर ताहेर को महात्मा गांधी चिकित्सालय लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसआई चंदन सिंह ने बताया कि बच्चे के पहले करंट का झटका लगा। इसके बाद वह पानी में गिर पड़ा और डूब गया, जिससे मौत हो गई। घटनास्थल के निरीक्षण के दौरान पुलिस की जांच में सामने आया कि राज गॉर्डन के मालिक की ओर से अपने स्विमिंग पूल में तैरने वालों के या उपयोग करने वालों के प्रति जो सतर्कता बरतनी चाहिए थी, वे मालिक की ओर से नहीं बरती गई और लापरवाही व असावधानी से हादसा हुआ। इसलिए अब राज गॉर्डन के मालिक हकीमुद्दीन मगर पुत्र अब्बास भाई बोहरा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
कई बच्चों के लगे थे झटके
हादसे कें दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं अन्य कई बच्चों के करंट के झटके लगे थे। इससे बच्चों में घबराहट हो गई थी। इसके चलते हॉस्पीटल परिसर में बड़ी संख्या में समुदाय के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इसके अलावा परिजनों के होश भी फाख्ता हो गए थे। इसके बाद बड़ी मुश्किलों से बच्चों को संभाला गया।
हादसे कें दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं अन्य कई बच्चों के करंट के झटके लगे थे। इससे बच्चों में घबराहट हो गई थी। इसके चलते हॉस्पीटल परिसर में बड़ी संख्या में समुदाय के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इसके अलावा परिजनों के होश भी फाख्ता हो गए थे। इसके बाद बड़ी मुश्किलों से बच्चों को संभाला गया।
दस्तावेजों की होगी जांच
पुलिस के अनुसार प्रकरण में अब स्विमिंग खोलने एवं उसको संचालित करने के नियमों की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा वाटिका की जमीन तथा अन्य दस्तावेजों एवं इसकी संबंधित विभागों एवं जिला प्रशासन से स्वीकृतियों के बारे में जानकारियां प्राप्त की जाएगी।
पुलिस के अनुसार प्रकरण में अब स्विमिंग खोलने एवं उसको संचालित करने के नियमों की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा वाटिका की जमीन तथा अन्य दस्तावेजों एवं इसकी संबंधित विभागों एवं जिला प्रशासन से स्वीकृतियों के बारे में जानकारियां प्राप्त की जाएगी।
हादसे के दौरान भरा हुआ था पानी निरीक्षण में मिला खाली
जानकारों के अनुसार हादसे के दौरान राज वाटिका का स्विमिंग पूल पानी से पूरी तरह लबालब भरा हुआ था। जबकि कुछ दिन बाद जब निरीक्षण किया गया तो स्विमिंग पूल में पानी नहीं था। उल्लेखनीय है कि हादसे के तुरंत बाद ही पुलिस ने पूल का ताला लगा दिया गया था। इसके बावजूद भी पूल का पानी खाली कर दिया गया। इतना ही नहीं पुलिस जब निरीक्षण के लिए वाटिका पहुंची तो वाटिका मालिक को बुलाने के प्रयास किए, लेकिन वाटिका मालिक मौके पर नहीं पहुंचा था।
जानकारों के अनुसार हादसे के दौरान राज वाटिका का स्विमिंग पूल पानी से पूरी तरह लबालब भरा हुआ था। जबकि कुछ दिन बाद जब निरीक्षण किया गया तो स्विमिंग पूल में पानी नहीं था। उल्लेखनीय है कि हादसे के तुरंत बाद ही पुलिस ने पूल का ताला लगा दिया गया था। इसके बावजूद भी पूल का पानी खाली कर दिया गया। इतना ही नहीं पुलिस जब निरीक्षण के लिए वाटिका पहुंची तो वाटिका मालिक को बुलाने के प्रयास किए, लेकिन वाटिका मालिक मौके पर नहीं पहुंचा था।