बांसवाड़ा : 16 बरस के दूल्हे के घोड़ी चढऩे की तैयारी, भनक लगते ही रुकवाया गुड्डे-गुडिय़ा का ब्याह
बांसवाड़ा. जिले के आंबापुरा क्षेत्र की नवगठित डाबरीमाल ग्राम पंचायत में शुक्रवार को 16 बरस के एक दूल्हे की बारात रवानगी की तैयारी रही, लेकिन इससे पहले सूचना पर प्रशासन, चाइल्ड हैल्पलाइन, आईसीडीएस और पुलिस के साझे प्रयासों से शादी रोकते हुए परिजनों को पाबंद किया गया। हुआ यों कि डाबड़ीमाल गांव के सुखलाल मईड़ा के किशोरवय बेटे की शादी कुशलगढ़ इलाके के कोटड़ा पंचायत अंतर्गत खजूरा गांव में तय की गई। इसकी पूरी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन गुरुवार देरशाम किसी ने चाइल्ड हैल्पलाइन पर इसकी इत्तला दे दी। इस पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ बांसवाड़ा रूपमती चरपोटा भी सक्रिय हुईं और खेड़ावलड़ी क्षेत्र की सुपरवाइजर राधा सरगड़ा को डाबड़ीमाल की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को पाबंदी की कार्रवाई कराने के निर्देश दिए। इस बीच, चाइल्ड हैल्पलाइन के अलावा सूचना पर तहसीलदार बांसवाड़ा ने हलका पटवारी बरवाला राजिया को निर्देश दिए तो आंबापुरा थाने के पुलिस बल के साथ साझी टीम रात में ही दूल्हे के घर पहुंच गई। पूछताछ के बाद दूल्हे की दसवीं की मार्कशीट मांगी गई, तो उसे जन्मतिथि 5 जुलाई,2004 यानी आयु 16 वर्ष से भी कम पाई गई। इस पर समझाइश कर पिता सुखलाल और अन्य परिजनों को शादी नहीं कराने के लिए पाबंद किया गया। देररात इस कार्रवाई के बाद गुपचुप बारात रवानगी नहीं हो, इसलिए टीम शुक्रवार सुबह फिर डाबड़ीमाल पहुंची और शादी समारोह के लिए टेंट आदि तामझाम हटवाते हुए शादी पूरी तरह रोक दी। सुपरवाइजर राधा के अनुसार खजूरी में जिससे शादी के लिए बारात जा रही थी, वह भी नाबालिग प्रतीत होने पर जानकारी हासिल करने के प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। बावजूद इसके दूल्हे के परिजनों को पाबंद करने से बाल विवाह रोकने में कामयाबी रही।