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राजस्थान में यहां पत्रिका पड़ताल में मिले स्कूल के ये हाल, पढऩे वाले बच्चे 15 और पढ़ाने वाले शिक्षक 11

locationबांसवाड़ाPublished: Jan 29, 2019 03:50:05 pm

Submitted by:

deendayal sharma

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राजस्थान में यहां पत्रिका पड़ताल में मिले स्कूल के ये हाल, पढऩे वाले बच्चे 15 और पढ़ाने वाले शिक्षक 11

बांसवाड़ा. घाटोल. जिले के घाटोल ब्लॉक में ऐसा स्कूल है जहां पढऩे आने वाले छात्र छात्राओं से पढ़ाने वाले शिक्षक ज्यादा है। यह स्कूल है राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्याालय घाटीपाड़ा घाटोल। स्कूल में कुल 101 का नामांकन है, लेकिन संस्था प्रधान के अनुसार बीस-पच्चीस बच्चे आते हंै। ग्रामीणों ने तो यह संख्या दस पन्द्रह बच्चे ही बताई। स्कूल में दो शिक्षक एवं दो शिक्षिकाएं हैं। इसके अलावा 18 इन्टर्नशिप शिक्षक-शिक्षिकाएं भी आते हैं। यानी कुल बाइस। लेकिन सोमवार को पत्रिका पड़ताल में जो हालात दिखे वे चौंकाने वाले थे। ग्यारह बजे तक बच्चों को दूध नहीं दिया गया था। विद्यालय में महज पन्द्रह बच्चे ही मौजूद थे। 18 इन्टर्नशिप शिक्षक शिक्षिकाओं में से 8 ही आए। चार में से एक शिक्षिका एवं दो शिक्षक मौजूद थे। ग्रामीणों के अनुसार अनुपस्थित शिक्षिका ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की पत्नी है।
ग्रामीणों का ये आरोप
विद्यालय से समय से पोषाहार उपस्थिति के मैसेज तक नहीं किए जा रहे। ग्रामीण, तजेंग पाटीदार, हरीश पाटीदार, कमला देवी पाटीदार ने बताया कि शिक्षकों ने समय बांट रखा है। एक आता और दूसरा चला जाता है। विभागीय अधिकारियों को फोन पर शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बच्चों को पोषाहार समय पर नहीं परोसा जाता। दूध में देरी पर सवाल किया तो बताया कि अब पिलाएंगे। थैली में तीन लीटर दूध पड़ा था। बच्चे छत पर अध्ययन करते नजर आए। विद्यालय भूमि पर अतिक्रमण है। इस मामले में संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी महेन्द्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि पहले भी ग्रामीणों से शिकायत मिली थी हमने शिक्षक हटवाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। दो को हटा दिया जाएगा। दो ही रहेंगे। बात 18 इन्टर्नशिप शिक्षकों की है सभी लोकल है। ऐसे में और कोई वहां विद्यालय नहीं होने से उन्हें वहां लगाया गया है।

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