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बांसवाड़ा : मध्यप्रदेश की कंपनी ने मुनाफे का लालच देकर वागड़ में ठगे लाखों रुपए

locationबांसवाड़ाPublished: Jun 03, 2018 03:19:05 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

मध्यप्रदेश की कंपनी ने बटोरी राशि

banswara

बांसवाड़ा : मध्यप्रदेश की कंपनी ने मुनाफे का लालच देकर वागड़ में ठगे लाखों रुपए

बांसवाड़ा. जिले में चिटफंड कंपनियों की ठगी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला कोतवाली थाना इलाके का सामने आया है। यहां स्वराष्ट्र बिजनेस प्रोमोटर्स इंडिया लिमिटेड नाम की एक कंपनी के कुछ लोगों ने गरीबों को पहले तो आकर्षक योजना के तहत कम निवेश में अधिक मुनाफे का लालच देकर अलग-अलग योजनाओं में निवेश करा लिया। परिपक्व होने के बाद अब उन्हें राशि नहीं लौटाई जा रही है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने लोगों से करीब 21 लाख से अधिक की ठगी की वारदात की है।
पुलिस के अनुसार खांटवाड़ा निवासी दिलनवाज पुत्र जमील अहमद ने खाटवाड़ा शेखपुरा निवासी न्याज मोहम्मद पुत्र शेर मोहम्मद, मध्यप्रदेश के खाचरोद बागपुरा निवासी रफीकुद्दीन पुत्र बशीरूद्दीन, मप्र खाचरोद छोटी सीतलामाता निवासी जाकिर हुसैन मंसूरी पुत्र सुल्तान हुसैन, खाचरोद मुखिनागली निवासी मुकेश धाकड़ पुत्र कन्हैयालाल, नागदा तहसील के पीपल्यामोलू निवासी यादवलाल शर्मा पुत्र ईश्वरलाल, उज्जैन दर्शन रेजीडेंसी निवासी राहुल सक्सेना , मप्र भोपाल के लगान कम्पाउण्ड निवासी राजेन्द्र कुमार सक्सेना, सिहोर गीतांजलि ट्रेडर्स भोपाल नाका के अजय सक्सेना तथा उज्जैन मोहन नगर निवासी राकेश प्रजापत के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
कमीशन का लालच
रिपोर्ट के अनुसार न्याज मोहम्मद मोहल्ले का निवासी है। पहचान होने से वर्ष 2011 में आरोपी ने मध्य प्रदेश की एक कंपनी स्वराष्ट्र बिजनेस प्रोमोटर्स इंडिया लिमिटेड की जानकारी देते हुए बताया कि कम समय में दोगुना-तिगुना फायदा होता है। कंपनी के डॉयरेक्टर से जान पहचान होने का हवाला देते हुए कहा कि वे बांसवाड़ा आने वाले हैं। इस तरह बातों से झांसे में लेकर आरोपी ने परिवादी को निवेश के लिए तैयार कर लिया। साथ ही यह भी लालच दिया कि अन्य व्यक्तियों का भी कंपनी में निवेश करवाएगा तो अलग से उसका कमीशन दिया जाएगा। वर्ष 2011 मई माह में आरोपित बांसवाड़ा आए व करीब 20-25 लोगों के साथ मिटिंग रखी गई, जिसमें कंपनी और योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
179 पॉलिसियां जारी
कंपनी प्रतिनिधियों ने लोगों को अलग- अलग प्रलोभन दिए। देहात में लोगों को जोडऩे के लिए कहा। आरोपियों ने परिवादी सहित अन्य कई लोगों से धोखाधड़ी करते हुए करीब 179 पॉलिसियां जारी की गई, जबकि परिवादी सहित अन्य लोगों ने पॉलिसियों के एवज में करीब 21 लाख छह हजार 870 जमा करवाए।
एक भी रुपया नहीं लौटाया
वर्ष 2016 के अंत में पॉलिसियों में से कुछ पॉलिसियों के परिपक्व होने पर परिवादी व अन्य ने जब आरोपियों से संपर्क किया तो आरोपियों ने पहले तो मूल पॉलिसियां जमा करवाने की बात कही। इस पर परिवादी व अन्य लोगों की ओर से कुल 36 पॉलिसियां जमा करवाई, लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद भी आरोपियों ने पॉलिसियों की परिपक्वता राशि अदा नहीं की। इस पर मामले में कुशलगढ़ थाने में भी प्रकरण पहुंचा, लेकिन लोगों का रुपया आज तक नहीं पहुंचा है।
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