– महाविद्यालय में नियमित कक्षाएं नहीं लग रही हंै, जिससे पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं। स्टॉफ भी कम है।
– कक्षाओं के संचालन की मांग करने पर सेशनल के लिए टॉर्चर किया जाता है। मशीनें जंग खा रही हंै।
– महाविद्यालय के हॉस्टल का पांच वर्षों से संचालन नहीं हो रहा है।
– कॉलेज में चौतरफा गंदगी पसरी हुई है। विद्यार्थी बीमार हो रहे है।
– पानी के लिए आरओ है, लेकिन पानी भी साफ नहीं मिलता है। घर से लाना पड़ता है।
– सरकारी बजट भी कहां खर्च हो रहा है, अते-पते नहीं है। लाइब्रेरी में किताबें भी नहीं है।
प्राचार्य अनिल स्वर्णकार का कहना है कि विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर निदेशक से बातचीत कर पत्र भी भेजा है। सफाई व्यवस्था भी सुचारू की जाएगी। जल्द ही सभी समस्याओं का समाधान करेंगे।