रिटर्निंग अधिकारी एवं बांसवाड़ा उपखंड अधिकारी पूजा पार्थ ने मंगलवार को बताया कि सीईओ राजस्थान को रावत के खिलाफ धर्म के आधार पर वोट मांगे जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। स्थानीय स्तर पर यह मामला संज्ञान में था। सीईओ राजस्थान से रिपोर्ट आते ही धनसिंह रावत को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी किया है और कोतवाली थाने को रिपोर्ट दर्ज करने के लिए प्रकरण भेजा।
गौरतलब है कि मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस ने जिला निर्वाचन अधिकारी को सोमवार को पत्र देकर आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। वहीं अंजुमन इस्लामिया के सदर नईम शेख ने पत्रकार वार्ता में कहा कि मुस्लिम समुदाय किसी पार्टी का पक्षधर नहीं है। मंत्री के बयान से समाज के लोगों को धक्का लगा है। बयान एक कौम को समाज की अन्य कौमों से अलग रखने की कोशिश जैसा है। बयान से मुस्लिम समुदाय में गलत संदेश गया।
राज्यमंत्री के बयान के अगले दिन रविवार को बांसवाड़ा आए गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि मतदाता की कोई जात नहीं होती है। मतदाता उस व्यक्ति को वोट दे जिससे देश का विकास हो। भाजपा का यह कभी उद्देश्य नहीं रहा कि किसी धर्म का व्यक्ति वोट देगा या नहीं देगा।