कलक्टर के फरमान को संगठनों ने दमनकारी कदम बताया, जताएंगे विरोध
बांसवाड़ा. जिला प्रशासन के कम्प्यूटर ऑपरेटरों को धरने से हटाने के कदम को दमनकारी बताते हुए कई कर्मचारी संगठन एकजुट हो गए हैं। संगठनों के पदाधिकारी सोमवार को जिला कलक्टर ने मिलेंगे और इस मामले में अपना विरोध जताएंगे। एमएनडीवाई कम्प्यूटर कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष प्रशांत आचार्य ने बताया कि शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से उन्हें धरना प्रदर्शन करने से रोक दिया गया था। जो हमारे साथ अनैतिक व्यवहार है। जिला प्रशासन के इस दमनकारी रवैये को लेकर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत, राजस्थान नर्सेंज एसोसिएशन, फार्मासिस्ट संगठन आदि विरोध जताएंगे।
बांसवाड़ा. जिला प्रशासन के कम्प्यूटर ऑपरेटरों को धरने से हटाने के कदम को दमनकारी बताते हुए कई कर्मचारी संगठन एकजुट हो गए हैं। संगठनों के पदाधिकारी सोमवार को जिला कलक्टर ने मिलेंगे और इस मामले में अपना विरोध जताएंगे। एमएनडीवाई कम्प्यूटर कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष प्रशांत आचार्य ने बताया कि शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से उन्हें धरना प्रदर्शन करने से रोक दिया गया था। जो हमारे साथ अनैतिक व्यवहार है। जिला प्रशासन के इस दमनकारी रवैये को लेकर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत, राजस्थान नर्सेंज एसोसिएशन, फार्मासिस्ट संगठन आदि विरोध जताएंगे।
यह बोले संगठन के पदाधिकारी
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के जिला अध्यक्ष विक्रम सिंह सांयावत ने बताया कि कार्मिकों को धरने से हटाकर जिला कलक्टर ने प्रजातंत्र पर कुठाराघात किया है। उनके इस रवैये का संगठन पुरजोर तरीके से विरोध करता है। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रकमचंद मईड़ा का कहना है कि ज्ञापन और धरना ही कार्मिकों के लिए एक मात्र रास्ता है। जिला कलक्टर ने वह भी यह छीन लिया। एसोसिएशन इसका कड़े शब्दों में विरोध करता है। राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ ने राज्य मानवाधिकार आयोग के सचिव को पत्र भेजकर कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को धरने के दौरान सुरक्षा देने की मांग की है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से मध्यरात्रि में हटवाए गए टैंट और ऑपरेटर्स के कड़ी धूप में बैठकर धरने देने के मामले में जांच की मांग की है। संघ जिलाध्यक्ष सूर्यसिंह झाला ने बताया कि कानून की धमकी देकर ऑपरेटर्स से धरना खत्म कराने की कार्रवाई अलोकतांत्रिक है।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के जिला अध्यक्ष विक्रम सिंह सांयावत ने बताया कि कार्मिकों को धरने से हटाकर जिला कलक्टर ने प्रजातंत्र पर कुठाराघात किया है। उनके इस रवैये का संगठन पुरजोर तरीके से विरोध करता है। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रकमचंद मईड़ा का कहना है कि ज्ञापन और धरना ही कार्मिकों के लिए एक मात्र रास्ता है। जिला कलक्टर ने वह भी यह छीन लिया। एसोसिएशन इसका कड़े शब्दों में विरोध करता है। राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ ने राज्य मानवाधिकार आयोग के सचिव को पत्र भेजकर कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को धरने के दौरान सुरक्षा देने की मांग की है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से मध्यरात्रि में हटवाए गए टैंट और ऑपरेटर्स के कड़ी धूप में बैठकर धरने देने के मामले में जांच की मांग की है। संघ जिलाध्यक्ष सूर्यसिंह झाला ने बताया कि कानून की धमकी देकर ऑपरेटर्स से धरना खत्म कराने की कार्रवाई अलोकतांत्रिक है।