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कांग्रेस ने बांसवाड़ा से अर्जुनसिंह बामनिया और घाटोल से नानालाल निनामा को उतारा मैदान में, पिछली बार हार के बाद भी जताया विश्वास

locationबांसवाड़ाPublished: Nov 16, 2018 03:14:53 pm

Submitted by:

Sanjay Kumar Singh

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कांग्रेस ने बांसवाड़ा से अर्जुनसिंह बामनिया और घाटोल से नानालाल निनामा को उतारा मैदान में, पिछली बार हार के बाद भी जताया विश्वास

बांसवाड़ा. बांसवाड़ा विधानसभा सीट से कांगे्रस ने एक बार फिर अर्जुनसिंह बामनिया पर भरोसा जताकर प्रत्याशी बनाया है। जनहित के मुद्दों पर सक्रिय और साफ छवि के साथ ही कार्यकर्ताओं पर उनकी पकड़ भी है। एक बार दानपुर व एक बार बांसवाड़ा से विधायक रह चुके बामनिया लगातार तीसरी बार इस सीट से चुनावी भाग्य आजमाएंगे। सामाजिक और आर्थिक रूप से सक्षम बामनिया सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। दो बार विधायक के अनुभव के चलते मंत्री का दायित्व भी निभा सकते हैं।
जनसुविधाएं मुहैया कराने में नहीं रखेंगे कमी
बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के साथ ही आमजन को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। सडक़, बिजली, पानी आदि सुविधाएं मुहैया कराना प्राथमिकता में रहेगा। पार्टी के नेताओं के निर्देशन व आमजन की राय लेकर विकास को रफ्तार दी जाएगी।
प्रत्याशी का ‘आधार’
आमदनी: कृषि व केरोसिन डीलर
सोशल मीडिया: फेसबुक पेज पर 4.9 हजार लाइक्स, ट्विटर पर नया अकाउंट। एक फॉलोवर।
पहचान: आमजन के हितों के लिए सतत संघर्ष करने वाले जुझारू नेता।
अनुभव: तलवाड़ा पंचायत समिति सदस्य, 2003 में दानपुर और 2008 में बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। राजनीति में लंबे समय से सक्रियता।
अक्सर कहां मिलते हैं: अपने गांव मलवासा और बांसवाड़ा में
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बांसवाड़ा. कांगे्रस ने घाटोल विधानसभा सीट से एक बार फिर पूर्व में दो बार विधायक रह चुके नानालाल निनामा पर विश्वास जताया है। इस चुनाव में निनामा का मुकाबला भाजपा के नए चेहरे से होगा। जन हित के मुद्दों पर सक्रिय, बेदाग छवि वाले निनामा परिवारवाद से भी दूर हैं। 2008 में पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीतने के बाद में गहलोत सरकार को समर्थन दिया। इसका तोहफा उन्हें संसदीय सचिव के रूप में मिला। सोशल मीडिया पर सक्रियता अधिक नहीं है।
जनता की भावना अनुसार करेंगे विकास के काम
घाटोल क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित भाव से काम किया जाएगा। क्षेत्र में आवागमन के मार्गों को सुदृढ़ करने के साथ ही पुल ऊंचे कराए जाएंगे। विधवा, वृद्धावस्था पेशन, निशुल्क दवाई के लोगों को भटकाव से मुक्ति दिलाएंगे। उपखंड स्तर पर सरकारी महाविद्यालय खोलने के प्रयास करेंगे। नहरों का भी सुदृढ़ीकरण कराएंगे।
प्रत्याशी का ‘आधार’
आमदनी: कृषि
सोशल मीडिया: अधिक सक्रियता नहीं
पहचान: आम जनता से जुड़े मुद्दों पर सतत सक्रिय रहने वाले नेता।
अनुभव: 1998 में विधायक बने। 2003 में हारे। 2008 में कांगे्रस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लडकऱ जीत हासिल की। 1977 से कांगे्रस में। कांगे्रस में कई पदों का दायित्व निर्वहन।
अक्सर कहां मिलते हैं: घाटोल क्षेत्र में।
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