100 की टीम, घर-घर दस्तक : – लॉकडाउन के दिनों में जहां लोग कोरोना से बचाव के लिए घरों में है। ऐसे में शहर में 100 युवा नर्सिंग प्रशिक्षणार्थी घर-घर सर्वे करने के साथ ही महत्वपूर्ण जानकारियां जुटा रहे हैं। जीएनएम नर्सिंग केंद्र, महात्मा गांधी चिकित्सालय बांसवाड़ा के प्रशिक्षणार्थियों और नर्सिंग ट्यूटर की टीम 12 मार्च से घर-घर जाकर सर्वे कार्य कर रही है। यह टीम बाहर से आए लोगों की जांच कर उन्हें होम क्वारेंटाइन की सलाह दे रही है। वहीं लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें बार-बार साबुन से हाथ धोने, सेनेटाइज करने और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बता रही है। इस दौरान खासी, बुखार और सर्दी-जुकाम इत्यादि के मरीजों का डेटा एकत्रित कर उन्हें चिकित्सकों को दिखाने की सलाह भी दे रही है।
हर मकान को विशेष कोड : – प्रथम चरण में करीब 25264 घरों का सर्वे किया गया। वहीं 4 अप्रेल से शुरू दूसरे चरण में प्रत्येक मकान को एक विशेष कोड दिया जा रहा है। ताकि भविष्य में उचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। रीपिट सर्वे में 2-2 लोगों की 50 टीमों ने करीब 16803 मकानों की मार्र्किंग कर ली है। इस दौरान नर्सिंग स्टूडेंट्स भी पूरी सावधानी बरत रहे है। सर्वे के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क, दस्ताने और सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे है।
विरोध के बावजूद काम जारी : – कुछ नर्सिंग प्रशिक्षणार्थियों को घर-घर सर्वे के दौरान कई जगह लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है, लेकिन बाद में समझाइश कर टीम जानकारी जुटा कर आगे बढ़ जाती हैं। प्रशिक्षणार्थियों का कहना है कि ये वक्त उलझने का नही है, समझ के साथ कार्य करने का है। आमजन के सहयोग से काम कर रहे हैं। जीएनएम नर्सिंग केंद्र, एमजी अस्पताल के प्राचार्य हितेंद्र भट्ट का कहना है कि सीएमएचओ व पीएमओ के निर्देशानुसार सर्वे किया जा रहा है। पूरी टीम मेहनत के साथ जुटी हुई है। फील्ड में कई बार दिक्कत भी आती है, लेकिन इससे निराश हुए बगैर टीम इस दौर मे अपना काम कर रही है। शहर की प्रत्येक डिस्पेंसरी पर सुपर विजन के लिए दो नर्सिंग ट्यूटर एवं प्रशिक्षनार्थियों की 10 टीमें लगाई गई है।