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बांसवाड़ा : केसरपुरा में दूसरे दिन पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार, खड़देव में अब भी भारी पुलिस बल तैनात

locationबांसवाड़ाPublished: Oct 13, 2019 01:08:50 pm

Submitted by:

deendayal sharma

बांसवाड़ा जिले के आंबापुरा थाना इलाके के केसरपुरा पंचायत अंतर्गत खड़देव गांव में शनिवार रात उपद्रव और पुलिस पर पथराव के बाद दूसरे दिन कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच मृतक का अंतिम संस्कार हुआ। एहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल तैनात है।

बांसवाड़ा : केसरपुरा में दूसरे दिन पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार, खड़देव में अब भी भारी पुलिस बल तैनात

बांसवाड़ा : केसरपुरा में दूसरे दिन पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार, खड़देव में अब भी भारी पुलिस बल तैनात

बांसवाड़ा. आंबापुरा थाना इलाके के केसरपुरा पंचायत अंतर्गत खड़देव गांव में शनिवार रात उपद्रव और पुलिस पर पथराव के बाद दूसरे दिन कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच मृतक का अंतिम संस्कार हुआ। एहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल तैनात है।
थाने पर एसपी केशर सिंह शेखावत सहित बांसवाड़ा डिप्टी प्रभाती राम सहित अन्य पुलिस अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। एसपी ने बताया कि मौके पर शांति है। गौरतलब है कि जिले के आंबापुरा इलाके के दशहरे के दिन मारपीट में घायल युवक की मौत पर शव उनके गांव खड़देव ले जाते ही शनिवार शाम बवाल मच गया था। मौके पर एकत्र बड़ी संख्या में ग्रामीण शव को आरोपी के घर ले जाने की बात पर अड़ गए। शाम ढलने तक बात बिगड़ गई, जब ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। भीड़ के पथराव से तहसीलदार का वाहन और एम्बुलेंस क्षतिग्रस्त होने पर पुलिस को हालात काबू करने आंसू गैस के गोले दागने पड़े। हालात बिगडऩे की सूचना पर जिला कलक्टर अंतरसिंह नेहरा, एसपी केसरसिंह शेखावत भी पहुंचे और जायजा लिया। घटनाक्रम में पुलिस के तीन-चार जवानों के पैरों में चोट आई थी।
यह था मामला

दशहरे पर खड़देव, केसरपुरा निवासी राजेश पुत्र प्रभु मईड़ा, विश्राम पुत्र कालूराम और सीताराम पुत्र दौलसिंह छोटी बदरेल में रावण दहन के मेले में गए थे। वहां किसी बात को लेकर विवाद पर गामदा गांव के विनोद पुत्र बावजी, कालू उर्फ संजय पुत्र रायचंद सहित छह-सात अन्य ने हमला कर दिया। इससे विश्राम एवं राजेश गंभीर घायल हुए। विश्राम को बांसवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय से 8 अक्टूबर रात को उदयपुर रैफर किया गया, जहां शुक्रवार शाम को उसकी मौत हो गई। इस पर दूसरे दिन शाम को शव खड़देव लाया गया, तो लोग उसे आरोपी के घर ले जाने की बात पर अड़ गए। पुलिस ने प्रकरण में डिटेन करना बताकर कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन ग्रामीण अड़े रहे। फिर शाम को अंधेरा होते ही कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। बचाव में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे ने पड़े और पंप एक्शन गन से हवाई फायर किए। इससे भीड़ तितर-बितर हुई।
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