शहर की सडक़ों पर दिन भर लोगों की जान के लिए खतरा बने वाहनों की दौड़भाग देखी जा सकती है। मालवाही वाहनों में क्षमता से ज्यादामाल ढोने और वाहन से बाहर आठ से दस फीट तक लटकाकर सरिया- पतरों का परिवहन और यात्री ऑटो रिक् शा में भी इन वस्तुओं का परिवहन बेरोकटोक हो रहा है, लेकिन यातायात पुलिस आंखें मूंदे बैठी है। दिखावे के तौर पर कभी कभार चालान बनाकर इतिश्री कर दी जाती है। कई बार तो प्रमुख चौराहों और तिराहों पर यातायात पुलिसकर्मी ही नहीं होते।
एक तरफ लोगों की जान पर संकट के खेल की अनदेखी हो रही है और दूसरी तरफ कतिपय यातायात पुलिसकर्मी सुबह लिंक रोड पर खड़े होकर सब्जी फल लेकर आने वाले लोगों से नियमों के नाम पर वसूली में लगे देखे जा सकते हैं।