मासूम बच्चे पानी से भरे हुए स्विमिंग पूल में नहा रहे थे और उनको संभालने के लिए मौके पर कोई मौजूद नहीं था। यह बात रात को स्विमिंग पूल पर पहुंची पुलिस के समक्ष मौके पर मौजूद लोगों ने बताया। समुदाय के लोगों ने बताया कि जिस समय बच्चे नहा रहे थे उस समय नमाज का समय हो गया था। इसलिए सभी बड़े लोग नमाज पढऩे में लगे हुए थे। तभी बच्चों के चिल्लाने की आवाज पर मौके पर कुछ लोग दौड़े और तार काटा। बांसवाड़ा पुलिस उप अधीक्षक घनश्याम शर्मा ने बताया कि वाटिका को सीज कर दिया गया है। अब एक्सपर्ट से जांच करवाई जाएगी। वाटिका का मालिक समुदाय का ही एक शख्स है।
बांसवाड़ा. वाटिका में हुए हादसे के दौरान एक मासूम की मौत के साथ ही उसके परिवार में मातम पसर गया। कोतवाली थाना प्रभारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया कि हादसे में मृतक ताहेर के माता-पिता दो दिन पूर्व हज की यात्रा पर निकले थे। बच्चे के पीएम के दौरान नानी-नानी दाहोद से बांसवाड़ा पहुंचे। इसके बाद अतिरिक्त जिला कलक्टर से विशेष स्वीकृति लेकर शव का रात में पोस्टमार्टम करवाया गया। शव नाना-नानी एवं अन्य परिजनों को सौंपा गया।
सीआई ने बताया कि दरगाह से बच्चे पिकनिक के हिसाब से सुबह निकले। इसके बाद उनका खाना भी वहीं वाटिका में बना था। बच्चे नहाने के लिए स्विमिंग पूल में चले गए। पूल के पास में ही एक विद्युत पोल है, जिसकी जद में अज्ञात कारणों के चलते मृतक ताहेर आ गया। पानी में गीला होने एवं फर्श पर पानी पड़ा होने की वजह से करंट एक से दूसरे बच्चे तक पहुंच और पूल के पाइप में करंट आ गया। इससे अन्य को झटके लगने लगे। किसी ने तार काटा तो अन्य बच्चों की जान बची। मामले में वाटिका के मालिक हाकिब बोहरा से पूछताछ शेष है।
इधर, इस हादसे को लेकर राजस्थान, गुजरात एवं मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र से लेकर कुवैत तक में प्रभावित परिवारों मे हडक़म्प मच गया। हर कोई अपने बच्चों के बारे में पूछते दिखाई पड़े। इधर, हादसे के बाद हॉस्पीटल में भी बड़ी संख्या में समुदाय के लोगों को जमावड़ा लग गया।