बांसवाड़ा. ‘संस्थाप्रधान विद्यालय में शैक्षिक उन्नयन की दिशा में शिक्षकों का सहयोग लेकर बालक को न्यूनतम अधिगम स्तर तक लाने और कक्षा स्तर का ज्ञान पूरी संकल्पित भावना से देने के लिए योजना बनाकर कार्य करें और बालक के सर्वांगीण विकास में अपनी महत्ती भूमिका निभाएं।’ यह विचार जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. भंवरलाल ने गुरुवार को लीयो कॉलेज सभागार में राउप्रावि सेमलीया के संयोजन में आरंभ हुई प्रारम्भिक शिक्षा के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की दो दिवसीय सत्रारम्भ वाकपीठ के उद्घाटन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।