यह बताई समस्या
संगठन जिला अध्यक्ष प्रकाश बामनिया और जिला उपाध्यक्ष अरविंद डामोर ने बताया कि जिले में 4 बड़े महाविद्यालयों में तकरीबन 7 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इस सभी महाविद्यालयों में कला और वाणिज्य वर्ग में विद्यार्थियों को प्रवेश लेने में खासी दिक्कत होती है। कई विद्यार्थी प्रवेश लेने से वंचित भी रह जाते हैं। महाविद्यालयों में प्राचार्य तक नहीं है। शहर के दो बड़े कॉलेज का दायित्व एक ही प्राचार्य के पास है। इसके अतिरिक्त कॉलेज में सीटें बढ़ाने की मांग लम्बे समय से चल रही है। डामोर ने बताया कि अगले माह में छात्रसंघ के चुनाव होने है इसलिए जुलाई में मांगें पूरी नहीं की गई तो संगठन की ओर से जिला स्तर पर आंदोलन चलाया जाएगा।
संगठन जिला अध्यक्ष प्रकाश बामनिया और जिला उपाध्यक्ष अरविंद डामोर ने बताया कि जिले में 4 बड़े महाविद्यालयों में तकरीबन 7 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इस सभी महाविद्यालयों में कला और वाणिज्य वर्ग में विद्यार्थियों को प्रवेश लेने में खासी दिक्कत होती है। कई विद्यार्थी प्रवेश लेने से वंचित भी रह जाते हैं। महाविद्यालयों में प्राचार्य तक नहीं है। शहर के दो बड़े कॉलेज का दायित्व एक ही प्राचार्य के पास है। इसके अतिरिक्त कॉलेज में सीटें बढ़ाने की मांग लम्बे समय से चल रही है। डामोर ने बताया कि अगले माह में छात्रसंघ के चुनाव होने है इसलिए जुलाई में मांगें पूरी नहीं की गई तो संगठन की ओर से जिला स्तर पर आंदोलन चलाया जाएगा।
एबीवीपी ने भी जताया विरोध, सौंपा ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से मंगलवार को शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंप व्यख्याताओं के रिक्त पदों को भरने की मांग की गई। विद्यार्थियों ने गोविंद गुरु कॉलेज परिसर में नारेबाजी की और ज्ञापन सौंपा। इस संबंध में संगठन के जिला संयोजक दिनेश निनामा ने बताया कि महाविद्यालयों में शिक्षकों के अभाव में विद्यार्थियों को समस्या होती है। रिक्त पदों को भरने के लिए समय -समय पर मांग की जाती रही है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। जिला संयोजक ने बताया कि संगठन की ओर से सदस्यता अभियान भी चलाया गया। इस मौके पर सुनील सुरावत, हर्षित आचार्य, अजय, आशीष मकवाना सहित कई लोग उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से मंगलवार को शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंप व्यख्याताओं के रिक्त पदों को भरने की मांग की गई। विद्यार्थियों ने गोविंद गुरु कॉलेज परिसर में नारेबाजी की और ज्ञापन सौंपा। इस संबंध में संगठन के जिला संयोजक दिनेश निनामा ने बताया कि महाविद्यालयों में शिक्षकों के अभाव में विद्यार्थियों को समस्या होती है। रिक्त पदों को भरने के लिए समय -समय पर मांग की जाती रही है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। जिला संयोजक ने बताया कि संगठन की ओर से सदस्यता अभियान भी चलाया गया। इस मौके पर सुनील सुरावत, हर्षित आचार्य, अजय, आशीष मकवाना सहित कई लोग उपस्थित रहे।