scriptबांसवाड़ा में संदिग्ध बुजुर्ग की मौत, कारण टीबी या कोरोना स्पष्ठ नहीं | Elderly Man death in Banswara, Cause TB or corona not yet clear | Patrika News

बांसवाड़ा में संदिग्ध बुजुर्ग की मौत, कारण टीबी या कोरोना स्पष्ठ नहीं

locationबांसवाड़ाPublished: Mar 28, 2020 01:02:36 pm

Submitted by:

dinesh

बांसवाड़ा जिले में अब तक एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिलने की राहत के बीच शुक्रवार रात एक सन्दिग्ध बुजुर्ग की मौत हो गई। इससे पहले एमजी अस्पताल की टीमों ने दिनभर में की 751 लोगों की स्क्रीनिंग की…

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Worker dies due to tractor-trolley overturning

बांसवाड़ा। बांसवाड़ा जिले में अब तक एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिलने की राहत के बीच शुक्रवार रात एक सन्दिग्ध बुजुर्ग की मौत हो गई। इससे पहले एमजी अस्पताल की टीमों ने दिनभर में की 751 लोगों की स्क्रीनिंग की। हालांकि यहां अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में सीआई समेत दो जने शाम तक रहे, लेकिन एक बुजुर्ग को हाई रिस्क ग्रुप का मानकर उदयपुर रैफर करने के बाद खून की उल्टी हुई और चंद पलों में उसने दम तोड़ दिया। इसकी इत्तला पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंदलाल चरपोटा, सीएमएचओ डॉ. हीरालाल ताबियार, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. दीपक निनामा सहित अन्य अधिकारी अस्पताल पहुँचे।
डॉ. निनामा ने बताया कि शाम को सिंगपुरा, गनोड़ा से बुजुर्ग यहां लाया गया। उसे सांस लेने में ज्यादा दिक्कत पर उदयपुर रेफर किया ही था कि अचानक खून की उल्टी हुई और मौत हो गई। परिजनों से हुई पूछताछ से बुजुर्ग के टीबी रोगी होने और 2-3 माह से उपचार होने की जानकारी मिली। बुजुर्ग हाल ही अहमदाबाद से आया था। इसके मद्देनजर उसका सेम्पल पहले ही लेकर उदयपुर रवाना कर दिया गया था। बाद में रेफर करते ही मृत्यु पर अब मौत के असल कारण की पुष्टि जांच रिपोर्ट से ही होगी।
इससे पहले यहां आइसोलेशन वार्ड में मौजूद पुलिस निरीक्षक और कोहाला के युवक के दूसरी बार करवाए टेस्ट की मिली रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इस बीच, रेपिड रेस्पांस टीम और अस्पताल में कुल 751 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें कोई संदिग्ध नहीं मिला है। गौरतलब है कि इससे पहले अस्पताल में फ्रांस से आए दंपती और फिर 23 मार्च को आए दो युवाओं की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें होम क्वारेंटाइन भेजा गया है।
आखिर ताला तोड़कर खुलवाया बंदियों का वार्ड
अब तक स्टाफ संकट से बंद बताए गए बंदियों के वार्ड को अब जगह की आवश्यकता पर खुलवाया गया। इसकी चाबी नहीं मिलने पर ताला तोड़कर महीनों के धूल-धूसरित वार्ड की सफाई करवाई गई। अब संदिग्धों को भर्ती करने में इसका इस्तेमाल होगा।
जिले में चार आइसोलेशन की तैयारी
उधर, जिला मुख्यालय के अलावा अब चिकित्सा विभाग ने घाटोल, कुशलगढ़, बागीदौरा और परतापुर में आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी की।

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