बिजली संकट पर उखड़े राज्यमंत्री, अफसरों फटकारकर बोले-काम करो, नहीं तो तकलीफ में आ जाओगे मरीजों को भेजा गंदगी के ढेर में
प्रबंधन ने महिला मरीजों को दूसरे पीएनसी वार्ड में भेज बिजली की समस्या को तो दूर कर दिया। लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रखा कि मरीजों को जहां भेजा जा रहा है वहां की व्यवस्थाएं कैसी। वार्ड में दुर्गंध के कारण पांच मिनट खड़े रहना भी संभव नहीं है। वार्ड में कचरे का ढेर लगा हुआ है। इससे पूर्व अस्पताल के ट्रोमा वार्ड की दीवारों में बिजली का करंट दौडऩे के कारण वार्ड को कई दिन तक निष्क्रिय कर दिया गया था। और वहां की बिजली सेवाओं को बाधित कर दिया गया था ताकि कोई जनहानि न हो।
प्रबंधन ने महिला मरीजों को दूसरे पीएनसी वार्ड में भेज बिजली की समस्या को तो दूर कर दिया। लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रखा कि मरीजों को जहां भेजा जा रहा है वहां की व्यवस्थाएं कैसी। वार्ड में दुर्गंध के कारण पांच मिनट खड़े रहना भी संभव नहीं है। वार्ड में कचरे का ढेर लगा हुआ है। इससे पूर्व अस्पताल के ट्रोमा वार्ड की दीवारों में बिजली का करंट दौडऩे के कारण वार्ड को कई दिन तक निष्क्रिय कर दिया गया था। और वहां की बिजली सेवाओं को बाधित कर दिया गया था ताकि कोई जनहानि न हो।
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प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ एनएल चरपोटा ने बताया कि पीएनसी वार्ड के ए ब्लॉक में जहां महिला मेडिसिन वार्ड शिफ्ट किया गया है। वह उपयोग नहीं आ रहा था। लेकिन अब उपयोग में आने लगा है तो चार-पांच दिन में दुर्गंध और गंदगी का निदान हो जाएगा। वहीं, बिजली की समसया को लेकर एनएचएम विंग को लिख दिया गया है। टीम आकर उसकी जांच कर लेगी। कोई जनहानि न हो इसलिए वार्ड को शिफ्ट कर दिया गया।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ एनएल चरपोटा ने बताया कि पीएनसी वार्ड के ए ब्लॉक में जहां महिला मेडिसिन वार्ड शिफ्ट किया गया है। वह उपयोग नहीं आ रहा था। लेकिन अब उपयोग में आने लगा है तो चार-पांच दिन में दुर्गंध और गंदगी का निदान हो जाएगा। वहीं, बिजली की समसया को लेकर एनएचएम विंग को लिख दिया गया है। टीम आकर उसकी जांच कर लेगी। कोई जनहानि न हो इसलिए वार्ड को शिफ्ट कर दिया गया।