scriptबांसवाड़ा : जांच दल के सामने बोले किसान- गेहूं तोलने के लिए निरीक्षक मांग रहा था कमीशन | Farmers accused the inspector in front of the investigation team | Patrika News

बांसवाड़ा : जांच दल के सामने बोले किसान- गेहूं तोलने के लिए निरीक्षक मांग रहा था कमीशन

locationबांसवाड़ाPublished: Apr 17, 2018 12:13:32 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

विवादित ट्रक आधे से पूरा भर जाने को लेकर भी चर्चा का विषय बना

banswara
घाटोल. भारत सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम के घाटोल खरीद केन्द्र पर पुराना गेहूं तुलने एवं किसानों से कमीशन की मांग का मामला सामने आने के बाद तीसरे दिन सोमवार को उदयपुर से जांच टीम पहुंची, लेकिन इस टीम ने यहां काफी देर तक जांच पड़ताल तो की, लेकिन जिस ट्रक को लेकर विवाद हुआ उसमें ढाई सौ कट्टे से बढकऱ पूरा ट्रक भरने को लेकर संदेह गहरा गया। जांच दल के सदस्यों की ठेकदारों की अलग से बातचीत भी चर्चा का विषय बनी।
गेहूं से भर गया ट्रक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शनिवार को जिस ट्रक को लेकर विवाद हुआ था उस समय उसमेंं करीब 250 कट्टे थे, लेकिन सोमवार वह पूरा भरा हुआ था। इसके अलावा शनिवार को गोदाम की सील भी तहसीलदार, पटवारी तथा किसानों के जाने के बाद अकेले में करवाई गई। सोमवार को भी किसी को भीतर जाने नहीं दिया गया। इसके अलावा उदयपुर से आए अधिकारियों ने ठेकेदार ललित कलाल को यह फटकार भी लगाई कि जब उसे पता है कि कट्टे में 50 किलो वजन होता है तो कट्टों को तुलवाने की कहां जरूरत पड़ गई। इसके अलावा केन्द्र पर वीडियोग्राफी की भी सुविधा नहीं कर रखी थी। इससे पूरा मामला संदेह के घेरे में है।
फोटो खींचने से रोका
एफसीआई बांसवाड़ा डिपो के मैनेजर बनवारी लाल मीणा ने गोदाम के फोटो तक नहीं खींचने दिए। वहीं जब एफसीआई जांच दल के संपत्त लाल जाट, देवेन्द्र चौधरी, कमलेश मीणा एवं बनवारी लाल मीणा से इस संबंध में जानकारी लेने के प्रयास किए तो उन्होंने उच्चाधिकारियों का हवाला देकर पूरे मामले से किनारा कर लिया।
किसानों ने कहा निरीक्षक ने मांगा कमीशन
इस दौरान किसानों ने उदयपुर से आए जांच दल के समक्ष कहा कि गुणवत्ता निरीक्षक प्रति क्विंटल पर सौ रुपए का कमीशन मांग रहा था। इस जब अधिकारियों ने लिखकर देने की कहा तो किसानों ने नौकरी चली जाने की बात कहते हुए लिखित में शिकायत देने से इनकार कर दिया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो