पत्नी और बच्चे को भेजा मामा के घर पुलिस सूत्रों के अनुसार नाबालिग की मां और उसका 40 वर्षीय पिता तथा उसका भाई सोमवार सुबह मामा के घर जाने के लिए निकले। तब 13 वर्षीय बच्ची को वे घर पर ही छोड़ गए थे। रास्ते में आधी दूर तक पहुंचने के बाद बच्ची के पिता ने तबीयत खराब होने का बहाना बनाया और कहा कि अब आगे नहीं चल सकता। ऐसा कहते हुए पिता जमीन पर बैठ गया। इस पर नाबालिग की मां ने भी अपने पति को घर लौटने को कह दिया। इसके बाद मां और बेटा तो मामा के घर जाने के लिए निकल पड़े और पिता घर लौट आया।
पड़साल में किया दुष्कर्म पुलिस के अनुसार पिता ने पहले तो घर में मक्की की रोटियां बनाई और खाई। इसके बाद बेटी को पड़साल में बुलाया और तब अपनी ही बेटी से दुष्कर्म किया। इसके बाद वहां से फरार हो गया। पुलिस के अनुसार शाम को करीब पांच बजे मां और बेटा घर पहुंचे तो बच्ची ने रोते मां को पूरी बात बताई। इस पर मां भी सहम गई। इसके बाद मंगलवार को उसने प्रकरण दर्ज कराया।
मेडिकल के लिए भटके पीडि़ता को एम जी अस्पताल लाया गया तो चिकित्सक नहीं होने से मेडिकल केलिए भटकना पड़ा। बाद में पुलिसकार्मिकों ने पीएमओ के घर जाकर मेडिकल कराने की बात कही। इस पर पीएमओ ने डिप्टी कंट्रोलर को गायनोलॉजिस्ट से मेडिकल कराने के निर्देश दिए। लेकिन गायनोलॉजिस्ट के भी उपलब्ध न होने पर एक बार फिर समस्या आई। पीएमओ डॉ. अनिल भाटी ने बताया कि डिप्टी को निर्देश दे दिए गए कि पीडि़ता को भर्ती कर सुबह मेडिकल करा दिया जाए। पीडि़ता को वार्ड में भर्ती कर लिया गया। मेडिकल ज्यूरिष्ट डॉ. रवि उपाध्याय ने मेडिकल होने की बात कही। वहीं, पत्रिका टीम ने जब फिमेल वार्ड और ट्रोमा वार्ड में पीडि़ता की तलाश की तो वह नहंीं मिली। इसलिए देर रात तक इस बात पर संशय बना रहा कि पीडि़ता मेडिकल हो सका कि नहीं।