श्री राजपूत करणी सेना के बैनर तले जिला मुख्यालय सहित विभिन्न गांवों से क्षत्रिय समाज के प्रतिनिधि सुबह से बांसवाड़ा पहुंचना शुरू हुए। सभी डूंगरपुर-उदयपुर लिंक मार्ग स्थित एक मॉल के बाहर एकत्र हुए।
हाथों में केसरिया झंडे लिए युवाओं ने यहां पर जमकर फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली के खिलाफ नारेबाजी की और ‘रानी पद्मावती अमर रहे’ के उद्घोष लगाए। इसके बाद सेना के कार्यकर्ता दाहोद मार्ग स्थित सिनेमागृह पहुुंचे और फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने को आगाह किया। कार्यकर्ताओं ने दोनों स्थानों पर कहा कि फिल्म का प्रदर्शन करने पर किसी भी प्रकार के नुकसान के जिम्मेदार स्वयं होंगे।
इसके बाद वाहन रैली के रूप में कार्यकर्ता कलक्ट्री पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने फिर जमकर नारेबाजी की। अटल सेवा केंद्र के बाहर अतिरिक्त जिला कलक्टर हिम्मतसिंह बारहठ और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपति महावर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सेना के अध्यक्ष भंवरसिंह सलाडि़या, भोपालसिंह सुंदनी, भरतराजसिंह गनोड़ा, पुष्पेंद्रसिंह सलाडि़या, भानुप्रतापसिंह, प्रदीप सिंह, महीपालसिंह, राजेंद्रसिंह, मानवेंद्रसिंह, संजयसिंह सहित बड़ी संख्या में क्षत्रिय समाज के युवा मौजूद रहे।
पूर्व राजपरिवार की सदस्य पद्मिनी देवी ने कहा कि जिस तरह से फिल्म का ट्रेलर और गाना दिखाया जा रहा है। उससे समाज को आपत्ति है। यहां शूटिंग के बाद जो फिल्म से जुडे लोगों से बातचीत हुई थी, उसमें यह तय हुआ था कि फिल्म दिखाने के बाद ही इसे रिलीज किया जाएगा। वहीं विधायक दीया कुमारी ने कहा कि पद्मावती देश की सभी महिलाओं का आदर्श हैं। किन परिस्थितियों में आकर उन्होंने जौहर किया था, यह बड़ा विषय है। फिल्म के माध्यम से महिलाओं के सम्मान के साथ खेला जा रहा है। राजस्थान में ही नहीं देश के अलग-अगल हिस्सों में फिल्म का विरोध हो रहा है।