वागड़ के किसानों पर कुदरत का कहर : बारिश नहीं होने से खेतों में सूखने लगी फसल, मक्का और सोयाबीन पर ज्यादा असर जब जूही ट्रॉवेल्स की बस बांसवाड़ा से शाम करीब सवा छह बजे कुशलगढ़ के लिए निकली। कुशलगढ़ से करीब तीन किलोमीटर पहले रागापाड़ा गांव के पास अचानक बस आग की लपटों से घिर गई। इससे बस में सवार तीन-चार सवारियों के साथ चालक परिचालक भागकर उतरे और अपनी जान बचाई। कुछ देर में ही आग की लपटें आसमान छूने लगी। मौके पर दमकल कार्मिक भी पहुंंचे, लेकिन तब तक पूरी बस जलकर कबाड़ में बदल चुकी थी। इधर, जानकारों के अनुसार जिले के प्रमुख मार्गों पर अवधिपार वाहन खूब दौड़ रहे हैं। इसके बावजूद विभाग की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।