भामाशाह योजना के नाम पर गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती किया, फिर डिलीवरी के बाद वसूले 11 हजार रुपए, मचा बवाल
बांसवाड़ाPublished: Dec 05, 2019 02:57:22 pm
Bhamashah scheme in rajasthan : शहर के नई आबादी क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल का मामला
भामाशाह योजना के नाम पर गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती किया, फिर डिलीवरी के बाद वसूले 11 हजार रुपए, मचा बवाल
बांसवाड़ा. शहर मेंनिजी अस्पताल में भामाशाह योजना के नाम पर फरेब का मामला सामने आया हैं। इसका एक नमूना बुधवार को नई आबादी क्षेत्र स्थित एक निजी हॉस्पीटल में सामने आया। जब राजतालाब इलाके की शाहिन (40) पत्नी आफरिद अहमद को छुट्टी दी गई। शाहिन के पति का आरोप है कि मंगलवार दोपहर प्रसव पीड़ा पर लाए थे। यहां भामाशाह योजना का बोर्ड लगा पाकर चर्चा की, तो अस्पताल प्रबंधन ने लाभ मिलने की बात कही। इस पर भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड सहित वांछित दस्तावेजों की प्रतियां दीं। उसके बाद शाम को डिलेवरी हुई। सब नॉर्मल रहा और बेटा हुआ, तो दूसरे दिन दोपहर में छुट्टी देने की बात आई। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने 11 हजार रुपए का बिल भरने को कहा। इस पर बात की, तो प्रबंधन ने यहकर टाल दिया कि आगे से पैसा नहीं आता, इसलिए इस केस को योजना में लिया नहीं गया। इसे लेकर बहसबाजी भी हुई, लेकिन कुछ नहीं हो पाया। आखिर थक-हारकर पूरी फीस जमा करवाने के बाद प्रसूता और बच्चे को घर लाए। दूसरी ओर, हॉस्पीटल के प्रबंधक का कहना है कि भामाशाह योजना में उसका सात-आठ महीने से 32 लाख रुपए फंसा है। पिछले दो महीने के लाभार्थियों का भुगतान भी नहीं मिला। इसलिए इस प्रसूता को योजना में नहीं लिया। मामले में कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ. दीपक निनामा का कहा कि यह अस्पताल भामाशाह योजना को कवर करवाता है। इस बारे में डीपीएम और स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं। डीपीएम ललितसिंह झाला ने बताया कि तकनीकी दिक्कतों पर कुछ केस में भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा बकाया का सवाल ही नहीं है। योजना के नाम पर गुमराह करना गलत है। फीस वसूली है तो इस बारे में जांच करेंगे।