जिला कलक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा ने बताया कि बालिकाओं को कोझिकोड के रेलवे स्टेशन पर उतार लेने और अभिभावकों के साथ होेने पर भी छह दिन तक बाल कल्याण समिति के संरक्षण में रखने का मामला राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित होने के बाद बांसवाड़ा सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कोझिकोड की सीडब्ल्यूसी से सतत संपर्क रखने के निर्देश दिए हैं। बच्चियों के बांसवाड़ा पहुंचने के बाद उनसे बातचीत कर पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।
बाल कल्याण समिति बांसवाड़ा के अध्यक्ष दिलीप रोकडि़या ने बताया कि उन्हें सीडब्ल्यूसी कोझिकोड के अध्यक्ष व सदस्यों की ओर से जारी आदेश की प्रति प्राप्त हुई है। इसमें जिला बाल संरक्षण अधिकारी, कोझीकोड को विशेष किशोर पुलिस इकाई व महिला पुलिस अधिकारी के साथ बांसवाड़ा भेजकर सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश करने के लिए कहा है। साथ ही बच्चियों के पुनर्वास संबंधी कार्रवाई को कहा है। पत्र के अनुसार 12 बच्चियों में एक मध्यप्रदेश की बताई गई है।
थापड़ा के सुरेश कुमार ने बताया कि क्षेत्र के लोकेश व श्यामलाल पहले यहां पढ़ने आए थे। उनके साथ ही वे अपनी बच्चियों को यहां प्रवेश दिलाने आए थे। उन्होंने बताया कि उनके दस्तावेज लौटाए नहीं गए हैं, किंतु मंगलवार तक बच्चियों को लौटाने की बात कही जा रही है। इधर उक्त दोनो आरोपित अभी रेलवे पुलिस की हिरासत में है।