पुलिस के अनुसार सज्जनसिंह का गढ़ा गांव में हुई चांदी के छत्र चोरी की वारदात को लेकर एसपी केसरसिंह शेखावत ने सीओ घाटोल ताराराम बैरवा के निर्देशन में टीम गठित की। इसके मुखिया मोटागांव थानाधिकारी नागेंद्रसिंह राठौड़ के साथ टीम के सदसें ने मुखबीरों के जरिए जानकारियां जुटाकर संदिग्धों पर नजर रखी, तो तीन जने लपेटे में आए।
बांसवाड़ा में कब्रिस्तान भी नहीं छोड़ रहे चोर, उखाड़ ले गए नल की टोंटियां और अन्य सामान इस पर संदिग्ध दुकवाड़ा निवासी उम्मेदसिंह पुत्र केशरसिंह सिसोदिया, पालोदा नि निवासी प्रवीण पुत्र वासुदेव त्रिवेदी और गनोड़ा के अश्विन पुत्र प्रभुलाल गामोट को थाने लाकर पूछताछ की गई। सख्ती पर तीनों आरोपियों ने वारदात करना कबूल किया। पुलिस टीम में एएसआई केशरसिंह, कांस्टेबल देवेंद्रसिंह, बदामीलाल और कांस्टेबल विजयसिंह शामिल थे।
कलाजी का सेवक है एक आरोपी थानाधिकारी राठौड़ ने बताया कि आरोपियों में शामिल उम्मेदसिंह दुकवाड़ा में ही कलाजी का सेवक है। उम्मेदसिंह और उसके सहयोगियों ने स्वीकार किया कि मंदिर से छत्र की चोरी उन्होंने तांत्रिक विधा में उपयोग के लिए की। वे चांदी के छत्र से ताबिज बनाकर टोने-टोटके के काम में लेते हैं। उम्मेदसिंह खुद टोने-टोटके करता है। पुलिस को इनसे कुछ और चोरी की वारदातों के खुलासे की उम्मीद है। इसके मद्देनजर पुलिस की पूछताछ जारी है।