दशकों से बाहर का खाना बंद
मेहता ने बताया कि शरीर को दुरुस्त रखने के लिए उन्होंने कुछ कदम भी उठाए और दशकों पहले बाहर का खाना छोड़ दिया। नियम को उन्होंने इस कदर अपनाया कि नातिन की शादी में भी उन्होंने भोजन ग्रहण नहीं किया और आज भी वो दिन में सिर्फ दो बार ही खाते हैं।
मेहता ने बताया कि शरीर को दुरुस्त रखने के लिए उन्होंने कुछ कदम भी उठाए और दशकों पहले बाहर का खाना छोड़ दिया। नियम को उन्होंने इस कदर अपनाया कि नातिन की शादी में भी उन्होंने भोजन ग्रहण नहीं किया और आज भी वो दिन में सिर्फ दो बार ही खाते हैं।
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मेहता का मानना है कि योग सभी के लिए आवश्यक है। इसे सीख नियमित तौर पर करना चाहिए ताकि शरीर का दुरूस्त किया जा सके। उनका मानना है कि इसे बच्चों में आदत के तौर पर डालना सबसे अच्छा विकल्प है।
मेहता का मानना है कि योग सभी के लिए आवश्यक है। इसे सीख नियमित तौर पर करना चाहिए ताकि शरीर का दुरूस्त किया जा सके। उनका मानना है कि इसे बच्चों में आदत के तौर पर डालना सबसे अच्छा विकल्प है।
नियमित देते हैं योग को समय
बकौल मेहता वो प्रारंभ से ही योग के महत्व को समझ चुके थे। इसलिए ही उन्होंने नौकरी के साथ ही योग की बारीकियों को सीख जीवनशैली में शामिल कर लिया। फिर चाहे वो घर पर रहें या कहीं बाहर रोजाना योग अवश्य करते हैं, जिसका लाभ उन्हें निरोगी के रूप में मिला।
बकौल मेहता वो प्रारंभ से ही योग के महत्व को समझ चुके थे। इसलिए ही उन्होंने नौकरी के साथ ही योग की बारीकियों को सीख जीवनशैली में शामिल कर लिया। फिर चाहे वो घर पर रहें या कहीं बाहर रोजाना योग अवश्य करते हैं, जिसका लाभ उन्हें निरोगी के रूप में मिला।