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सेहत पर भारी ठंडी हवाओं के झोंके, संभले नहीं तो धोखा दे सकता है ‘दिल’… सर्दी के मौसम में ऐसे रखें अपने दिल का ध्यान

locationबांसवाड़ाPublished: Nov 12, 2019 12:09:57 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

news for heart patients : सर्दी में दिल का रखें विशेष ध्यान, तापमान में गिरावट से बढ़ाती है दिल के रोगियों को समस्या

सेहत पर भारी ठंडी हवाओं के झोंके, संभले नहीं तो धोखा दे सकता है ‘दिल’... सर्दी के मौसम में ऐसे रखें अपने दिल का ध्यान

सेहत पर भारी ठंडी हवाओं के झोंके, संभले नहीं तो धोखा दे सकता है ‘दिल’… सर्दी के मौसम में ऐसे रखें अपने दिल का ध्यान


बांसवाड़ा. यों तो सर्दी का मौसम सेहत की दृष्टि से बेहतर माना जाता है। हरी सब्जियों की भरमार और इस मौसम के में खाए जाने वाले सूखे मेवे सेहतमंद रखते हैं। इसके बावजूद यह मौसम हृदय रोगियों के लिए बेहद संवेदनशील होता है। इसलिए जरूरी है कि मौसम के प्रहार से बचने के लिए स्वयं को तैयार कर लें और खानपान, दिनचर्या को मौसम के हिसाब से निर्धारित करें। चिकित्सकों के अनुसार ठंड के मौसम में धमनियां सिकुड़ जाती हैं। उनमें रक्तप्रवाह सामान्य तौर पर नहीं होता है। ऐसे में हृदय रोगियों में हृदयघात का खतरा बेहद बढ़ जाता है। इसके रोगियों को बेहद सजग रहने की आवश्यकता है। सर्दी के मौसम में बेल्स पाल्सी जिसे आम भाषा में मुंह का लकवा कहते हैं। इसका खतरा भी बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए बेहद जरूरी है कि चेहरे को ठंडी हवा से बचाएं। चेहरे पर गर्म कपड़ा बांधकर रखें।
कम पानी पीना नुकसानदायक, चिकनाई बड़ा खतरा : – डा. जिमेश पंड्या और डा. निलेश परमार बताते हैं कि सर्दियों के शुरू होते ही लोग पानी कम पीते हैं। इससे शरीर में रक्त गाढ़ा होना शुरू हो जाता है। इस कारण धमनियों में रक्त संचार सुचारू नहीं हो पाता है। नमकीन पदार्थों का अधिक सेवन और खाने में नमक की मात्रा अधिक होने से रक्तचाप बढ़ जाता है। यह भी हृदय रोगियों में हृदयघात के खतरे को बढ़ा देता है। सर्दियों में लोग फल-जूस और अन्य स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थों का सेवन कम कर देते हैं और चिकनाईयुक्त खाद्य पदार्थों की मात्रा बढ़ा देते हैं। इससे रक्त में कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ जाती है। इससे हृदय की धमनियों में रक्त संचार बाधित होता है और समस्या बढ़ जाती है। सर्दियों के मौसम में मॉर्निंग वॉक भी मौसम व स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर करना श्रेष्ठकर है।कम तापमान का असर सीधा शरीर के अंदरूनी अंगों और धमनियों पर पड़ता है। ठंड के मौसम में सूर्योदय से पहले मॉर्निंग वॉक के लिए जाना नुसानदायक हो सकता है। इस समय तापमान काफी कम होने के कारण चिकित्सक रोगियों को मॉर्निंग वॉक से बचने या तापमान अनुकूल होने पर ही भ्रमण की सलाह देते हैं।
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