एमजी अस्पताल में उपचार करवा रहे सुभाषनगर निवासी 18 वर्षीय निखिल पुत्र हरीशचंद्र यादव ने बताया कि कॉलेज रोड पर बरगद के पेड़ के थोड़ा आगे उसके पिता की टायर वक्र्स की दुकान है। सुबह करीब 9:30 बजे वह दुकान की तरफ जा रहा था। इसी बीच कॉलोनी में काले रंग का लावारिस कुत्ता उस पर झपट पड़ा। घबराकर वह पीछे हटने लगा, तो कुत्ते ने टांग पर झपटा और दांत गढ़ा दिए। शोर मचाने पर आसपास के लोग दौड़े और पत्थर मारकर कुत्ते से छुड़ाया। बाद में उसके पिता भी पहुंचे और उसे अस्पताल लाए।
गौरतलब है कि इन दिनों ग्रामीण अंचलों और बांसवाड़ा शहर में आवारा कुत्तों का जबरदस्त आतंक बना हुआ है, जिससे आए दिन डॉग बाइट के शिकार अस्पताल में आ रहे हैं। पिता के इंजेक्शन पूरे नहीं हुए, बेटे के शुरू
निखिल के पिता हरीशचंद्र ने बताया कि 5 जनवरी को उन्हें कॉलोनी में ही आवारा कुत्ते ने काटा। इस पर रेबिज के पांच इंजेक्शन अंतराल में लगवाने के लिए डॉक्टर ने लिखे। उसके इंजेक्शन अभी पूरे ही नहीं हुए और अब बेटे को कुत्ते ने शिकार बना लिया। सुभाषनगर कॉलोनी में कुत्तों के झुंड से हर कोई परेशान है।
ऐसे मामले…
केस 01.. पीपलवा क्षेत्र निवासी 65 वर्षीय वृद्ध खेमा के चेहरे को कुत्ते ने बुरी तरह से नोंच लिया था। हमले में उसकी नाक की हड्डी टूटने के साथ ही आंख के निकट भी गहरा गढ्डा हो गया था।
केस 01.. पीपलवा क्षेत्र निवासी 65 वर्षीय वृद्ध खेमा के चेहरे को कुत्ते ने बुरी तरह से नोंच लिया था। हमले में उसकी नाक की हड्डी टूटने के साथ ही आंख के निकट भी गहरा गढ्डा हो गया था।
केस 02. कूपड़ा क्षेत्र में 7 फरवरी को कूपड़ा निवासी शिल्पा पुत्री हुरजी के घर लौटने के दौरान कुत्ते ने हमला कर दिया था। हमले में उसकी अंगुली कुत्ता चबा गया था, जिससे अंगुली फे्रक्चर हो गई थी।