पंचायत चुनाव नजदीक, मिलीभगत की बू : – हरियाणा निर्मित शराब से लदे वाहन सैंकड़ों किमी का सफर तय कर गुजरात के सीमावर्ती जिलों तक पहुंचते है। इस दरम्यान यह कई थाना क्षेत्रों से गुजरते है। इसके बावजूद बमुश्किल 5 से 10 प्रतिशत वाहन पकड़ में आते है। इससे तस्कारों की निचले से लेकर उच्च स्तर तकर मिलीभगत की बू आती है। आगामी माह जनवरी या फरवरी माह में पंचायत चुनाव होने है। ऐसे में इन चुनावों से पूर्व बड़ें पैमाने पर गैस सिलेंडरों का जब्त होना और हरियाणा की शराब का पाया जाना गंभीर विषय है। जानकारों के अनुसार दोनों कक्षों का ताला तक लगाया हुआ था। पंचायत भवन में शराब का भंडारण होने और वहां किसी को इसकी भनक नहीं लगना कई सवाल खड़ें करता है। अगर किसी को भनक होने के बाद भी इसकी सूचना उच्च अधिकारियों तक नहीं पहुंचना भी गंभीर विषय है। हालांकि पुलिस मामले में इलाके के बीडीओ से लेकर ग्राम सेवक व सरपंच से भी गहन पूछताछ करेगी। इसके अलावा विभागीय कार्रवाई भी तय है।