scriptजानिए… बांसवाड़ा में गेहूं खरीद के हालात …..18 दिन में राजफेड ने खरीदा एक करोड़ का गेहूं, भुगतान एक पैसे का नहीं | In 18 days Rajfed bought wheat of one crore rupees, pay not | Patrika News

जानिए… बांसवाड़ा में गेहूं खरीद के हालात …..18 दिन में राजफेड ने खरीदा एक करोड़ का गेहूं, भुगतान एक पैसे का नहीं

locationबांसवाड़ाPublished: Apr 25, 2019 10:29:28 am

Submitted by:

deendayal sharma

बांसवाड़ा जिले में गेहूं की बम्पर पैदावार से उत्साहित किसानों के चेहरे से राजफै ड ने खुशी छीन रखी है। किसान अब तक करीब एक करोड़ रुपए कीमत का गेहूंं राजफैड के खरीद केन्द्र को सौंप चुके हैं, लेकिन उसका एक पखवाड़ा बीतने के बाद भी उन्हें एक पैसे का भुगतान नहीं हो पाया है।

banswara

जानिए… बांसवाड़ा में गेहूं खरीद के हालात …..18 दिन में राजफेड ने खरीदा एक करोड़ का गेहूं, भुगतान एक पैसे का नहीं

बांसवाड़ा. जिले में गेहूं की बम्पर पैदावार से उत्साहित किसानों के चेहरे से राजफै ड ने खुशी छीन रखी है। किसान अब तक करीब एक करोड़ रुपए कीमत का गेहूंं राजफैड के खरीद केन्द्र को सौंप चुके हैं, लेकिन उसका एक पखवाड़ा बीतने के बाद भी उन्हें एक पैसे का भुगतान नहीं हो पाया है।
जिले में कुल सात खरीद केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 6 केंद्र एफसीआई द्वारा संचालित हैं और कृषि उपज मंडी ठीकरिया में संचालित एकमात्र केंद्र राजफेड के अधीन है। सिर्फ एक केंद्र पर गेहूं खरीदी करने के बाद भी राजफेड किसानों को समय पर भुगतान नहीं कर पा रहा है जबकि एफसीआई केंद्र पर बेचे गए गेहूं का दाम किसान के खाते में 48 से 72 घंटों के बीच उसके खाते में पहुंच जाता है। किसानों का कहना है कि ये तो ऐसा हुआ कि उन्होंने राजफैड के केन्द्र पर गेहूंं देकर जैसे गुनाह कर दिया।
60 किसानों से साढ़े 5357 क्विंटल की खरीद
राजफैड के कृषि उपज मंडी स्थित खरीद केन्द्र पर 6 अप्रैल से गेहूं खरीदी शुरू हुई थी। अभी कुल 60 किसानों से 5357 क्विंटल गेंहू की खरीदी की गई हैं। 1840 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदे गए गेहूं का भुगतान 98 लाख 56 हजार 880 रुपए होता है, लेकिन किसानों को अभी तक भुुगतान का इंतजार ही है।
ऐसे समझें गणित
5357 क्विंटल हुई कुल खरीदी
60 किसानों ने बेचा गेहूं
117 किसानों का पंजीकरण
06 अप्रैल से प्रारंभ हुई खरीदी
1840 रुपए है प्रति क्विंटल भाव
(06 से 24 अप्रैल 2019 तक की जानकारी )
इसलिए आती है समस्या
कृषि उपज मंडी के मुख्य व्यवस्थापक परेश पंड्या ने बताया कि राजफेड के द्वारा गेहूं खरीदकर एफसीआई को दिया जाता है। एफसीआई किसानों को भुगतान करता है। हमारी ओर से कागजी कार्रवाई कर भेज दिया जाता है, प्रक्रिया के तहत भुगतान होने में 20 से 25 दिन का समय लग जाता है। अभी तक किसी किसान को भुगतान नहीं किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो