बांसवाड़ा. मिजल्स-रूबेला के एलिमिनेशन के लिए इन दिनों टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिले के लिए खास बात यह है कि पिछले 7 दिनों में ही स्वास्थ्य विभाग की एकजुटता से एमआर सेकेंड के 6200 और प्रथम के 1892 टीके लगाए जा चुके है। इस अनुसार देखे तो यह तय है कि आने वाले तीन दिन में जिले में वंचित बच्चों का टीकाकरण पूर्ण कर दिया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ डब्लयूएचओ भी सहयोग कर रहा है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एचएल ताबियार ने बताया कि जिले में मॉनिटरिंग के लिए डब्लयूएचओ प्रतिनिधि डॉ अक्षय व्यास को नियुक्त किया गया है। उनकी देखरेख में अभियान चल रहा है। इधर आरसीएचओ डॉ मयंक दोषी ने भी टीमों को जिम्मेदारी सौंप सभी ब्लॉक की टीमों को एमआर टीकाकरण के लिए नियुक्त किया है। प्रतिदिन मॉनिटरिंग आरसीएच विंग के माध्यम से भी की जा रही है। इसी का नतीजा है कि बांसवाड़ा में अब तक एमआर टू 6200 बच्चों को टीकाकरण हो चुका है। इस दौरान 1892 को एमआर का प्रथम टीका भी लगाया है।डॉ अक्षय व्यास ने बताया कि 9 माह से पांच वर्ष तक के बच्चांे को एमआर का टीका लगाया जा रहा है। यह वह बच्चे है जो किन्हीं कारणवश पहले रूटिन में टीका नहीं लगवा पाए है। सर्वे और लाइन लिस्ट के आधार पर टीकाकरण का कार्य पूरा किया जा रहा है।अभियान की समीक्षा के लिए पहुंचेंगे संयुक्त निदेशकआरसीएचओ डॉ मयंक दोषी ने बताया कि अभियान की समीक्षा को लेकर बुधवार को संयुक्त निदेशक उदयपुर स्वास्थ्य भवन आएंगे। वह स्वास्थ्य भवन के सभागार में सुबह 10.30 बजे आला अधिकारियों के साथ समीक्षा लेंगे। इस दौरान अभियान की प्रगति पर चर्चा की जाएगी। साथ ही एलिमिनेशन अभियान में बच रहे बच्चों को शत प्रतिशत कवर करने की सुनिश्चिता की जाएगी।
बांसवाड़ा. मिजल्स-रूबेला के एलिमिनेशन के लिए इन दिनों टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिले के लिए खास बात यह है कि पिछले 7 दिनों में ही स्वास्थ्य विभाग की एकजुटता से एमआर सेकेंड के 6200 और प्रथम के 1892 टीके लगाए जा चुके है। इस अनुसार देखे तो यह तय है कि आने वाले तीन दिन में जिले में वंचित बच्चों का टीकाकरण पूर्ण कर दिया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ डब्लयूएचओ भी सहयोग कर रहा है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एचएल ताबियार ने बताया कि जिले में मॉनिटरिंग के लिए डब्लयूएचओ प्रतिनिधि डॉ अक्षय व्यास को नियुक्त किया गया है। उनकी देखरेख में अभियान चल रहा है। इधर आरसीएचओ डॉ मयंक दोषी ने भी टीमों को जिम्मेदारी सौंप सभी ब्लॉक की टीमों को एमआर टीकाकरण के लिए नियुक्त किया है। प्रतिदिन मॉनिटरिंग आरसीएच विंग के माध्यम से भी की जा रही है। इसी का नतीजा है कि बांसवाड़ा में अब तक एमआर टू 6200 बच्चों को टीकाकरण हो चुका है। इस दौरान 1892 को एमआर का प्रथम टीका भी लगाया है।डॉ अक्षय व्यास ने बताया कि 9 माह से पांच वर्ष तक के बच्चांे को एमआर का टीका लगाया जा रहा है। यह वह बच्चे है जो किन्हीं कारणवश पहले रूटिन में टीका नहीं लगवा पाए है। सर्वे और लाइन लिस्ट के आधार पर टीकाकरण का कार्य पूरा किया जा रहा है।अभियान की समीक्षा के लिए पहुंचेंगे संयुक्त निदेशकआरसीएचओ डॉ मयंक दोषी ने बताया कि अभियान की समीक्षा को लेकर बुधवार को संयुक्त निदेशक उदयपुर स्वास्थ्य भवन आएंगे। वह स्वास्थ्य भवन के सभागार में सुबह 10.30 बजे आला अधिकारियों के साथ समीक्षा लेंगे। इस दौरान अभियान की प्रगति पर चर्चा की जाएगी। साथ ही एलिमिनेशन अभियान में बच रहे बच्चों को शत प्रतिशत कवर करने की सुनिश्चिता की जाएगी।