पदों का आवंटन रिजर्व कोटे से
आदेशनुसार नवक्रमोन्नत विद्यालयों में शैक्षणिक स्टाफ के पदों का आवंटन प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर उपलब्ध रिजर्व पदों में से ही किया जाएगा। इसके लिए पृथक से अतिरिक्त पदों की स्वीकृति जारी नहीं की जाएगी। क्रमोन्नत विद्यालय में ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए आवश्यक प्रस्ताव सर्व शिक्षा अभियान की ओर से भारत सरकार को स्वीकृति के लिए प्रेषित किए जाएंगे। इन विद्यालयों में उच्च प्राथमिक स्तर की कक्षाओं का संचालन शैक्षिक सत्र 2018-19 से ही होगा।
आदेशनुसार नवक्रमोन्नत विद्यालयों में शैक्षणिक स्टाफ के पदों का आवंटन प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर उपलब्ध रिजर्व पदों में से ही किया जाएगा। इसके लिए पृथक से अतिरिक्त पदों की स्वीकृति जारी नहीं की जाएगी। क्रमोन्नत विद्यालय में ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए आवश्यक प्रस्ताव सर्व शिक्षा अभियान की ओर से भारत सरकार को स्वीकृति के लिए प्रेषित किए जाएंगे। इन विद्यालयों में उच्च प्राथमिक स्तर की कक्षाओं का संचालन शैक्षिक सत्र 2018-19 से ही होगा।
684 स्कूलों में बच्चे रहे पोषाहार से वंचित!
बांसवाड़ा. प्रदेश के 684 विद्यालयों में गत 13 अप्रेल को बच्चों को पोषाहार वितरित नहीं हुआ। यह तथ्य मिड डे मील की सोमवार को प्राप्त रिपोर्ट में सामने आया है। रिपोर्ट अनुसार शुक्रवार को उक्त विद्यालयों में पोषाहार से बच्चे वंचित रहे। आयुक्तालय ने मामले में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिदिन पोषाहार दिया जाता है। इसमें कक्षावार उपस्थिति और लाभान्वित विद्यार्थियों की सूचना एसएमएस बेस्ड ऑटोमेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत भेजी जानी होती है। गत शुक्रवार को प्रदेश के 684 विद्यालयों की सूचना शून्य मिली। इससे यह माना गया कि इन विद्यालयों में पोषाहार वितरित नहीं हुआ। गौरतलब है कि प्रदेश में मिड डे मील संचालित विद्यालयों की संख्या 67 हजार 231 है।
बांसवाड़ा. प्रदेश के 684 विद्यालयों में गत 13 अप्रेल को बच्चों को पोषाहार वितरित नहीं हुआ। यह तथ्य मिड डे मील की सोमवार को प्राप्त रिपोर्ट में सामने आया है। रिपोर्ट अनुसार शुक्रवार को उक्त विद्यालयों में पोषाहार से बच्चे वंचित रहे। आयुक्तालय ने मामले में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिदिन पोषाहार दिया जाता है। इसमें कक्षावार उपस्थिति और लाभान्वित विद्यार्थियों की सूचना एसएमएस बेस्ड ऑटोमेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत भेजी जानी होती है। गत शुक्रवार को प्रदेश के 684 विद्यालयों की सूचना शून्य मिली। इससे यह माना गया कि इन विद्यालयों में पोषाहार वितरित नहीं हुआ। गौरतलब है कि प्रदेश में मिड डे मील संचालित विद्यालयों की संख्या 67 हजार 231 है।