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बांसवाड़ा : पढऩें के लिए बच्चों को अब नहीं जाना होगा दूर, दस स्कूलों में अब आठवीं तक की पढ़ाई

locationबांसवाड़ाPublished: Apr 17, 2018 12:42:45 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

सर्वाधिक सात कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के

banswara
बांसवाड़ा. राज्य सरकार के निर्देश पर प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने जिले के दस राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया है। इनमें सर्वाधिक सात स्कूल कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के हैं। जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमजी पाटीदार ने बताया कि निदेशालय की ओर से घाटोल ब्लॉक में गनोड़ा पंचायत के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सात का टापरा और कालीमगरी पंचायत के देवलिया आड़ा, गांगड़तलाई ब्लॉक में चरकनी पंचायत के राप्रावि होलीफला को क्रमोन्नत किया है। इसके अलावा कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के तहत सज्जनगढ़ ब्लॉक की कसारवाड़ी पंचायत के भोराज जूनी, मगरदा के पाली छोटी, मस्का महूड़ी पंचायत के भीमखोरा, नवागांव के लोहारिया छोटा प्रथम, सागवा खुर्द पंचायत के घाटिया, सातसेरा खुर्द के बोचड़दा प्रथम तथा टिम्बामहूड़ी पंचायत के टिडिय़ादेव प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत किया है।
पदों का आवंटन रिजर्व कोटे से
आदेशनुसार नवक्रमोन्नत विद्यालयों में शैक्षणिक स्टाफ के पदों का आवंटन प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर उपलब्ध रिजर्व पदों में से ही किया जाएगा। इसके लिए पृथक से अतिरिक्त पदों की स्वीकृति जारी नहीं की जाएगी। क्रमोन्नत विद्यालय में ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए आवश्यक प्रस्ताव सर्व शिक्षा अभियान की ओर से भारत सरकार को स्वीकृति के लिए प्रेषित किए जाएंगे। इन विद्यालयों में उच्च प्राथमिक स्तर की कक्षाओं का संचालन शैक्षिक सत्र 2018-19 से ही होगा।
684 स्कूलों में बच्चे रहे पोषाहार से वंचित!
बांसवाड़ा. प्रदेश के 684 विद्यालयों में गत 13 अप्रेल को बच्चों को पोषाहार वितरित नहीं हुआ। यह तथ्य मिड डे मील की सोमवार को प्राप्त रिपोर्ट में सामने आया है। रिपोर्ट अनुसार शुक्रवार को उक्त विद्यालयों में पोषाहार से बच्चे वंचित रहे। आयुक्तालय ने मामले में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिदिन पोषाहार दिया जाता है। इसमें कक्षावार उपस्थिति और लाभान्वित विद्यार्थियों की सूचना एसएमएस बेस्ड ऑटोमेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत भेजी जानी होती है। गत शुक्रवार को प्रदेश के 684 विद्यालयों की सूचना शून्य मिली। इससे यह माना गया कि इन विद्यालयों में पोषाहार वितरित नहीं हुआ। गौरतलब है कि प्रदेश में मिड डे मील संचालित विद्यालयों की संख्या 67 हजार 231 है।
विद्यालय, जहां पोषाहार नहीं बंटा
अजमेर 17, अलवर 45, बांसवाड़ा 08, बारां 20, बाड़मेर 80, बीकानेर 49, चूरू 31, धौलपुर 24, जयपुर 37, जालोर 22, करौली 46, सीकर 25, उदयपुर 37

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