2017 में की शुरुआत
समाज अध्यक्ष प्रवीण कंसारा ने बताया कि वर्ष 2017 में नवीन कार्यकारिणी बनने के बाद समाजजनों को अधिक से अधिक जानकारी देने के लिए 9 जुलाई 2017 को ग्रुप बनाया गया और तभी से यह प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रुप में रोज 9 से 10 बजे तक सभी लोग संपर्क में रहते हैं। इस दौरान प्रश्न तो पूछा ही जाता है। साथ ही अन्य सूचनाओं का भी अदान प्रदान होता है। और किसी को कोई जानकारी करनी होती है तो उस समय पूछ लेता है। यह ग्रुप ‘हैहयवंशी एकता मंच भारत’ के नाम से संचालित है।
समाज अध्यक्ष प्रवीण कंसारा ने बताया कि वर्ष 2017 में नवीन कार्यकारिणी बनने के बाद समाजजनों को अधिक से अधिक जानकारी देने के लिए 9 जुलाई 2017 को ग्रुप बनाया गया और तभी से यह प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रुप में रोज 9 से 10 बजे तक सभी लोग संपर्क में रहते हैं। इस दौरान प्रश्न तो पूछा ही जाता है। साथ ही अन्य सूचनाओं का भी अदान प्रदान होता है। और किसी को कोई जानकारी करनी होती है तो उस समय पूछ लेता है। यह ग्रुप ‘हैहयवंशी एकता मंच भारत’ के नाम से संचालित है।
इसलिए व्हाट्स एप
समाजजनों ने बताया कि वर्तमान समय में युवा व्हाट्स एप उपयोग कर रहे हैं। इस कारण इसे चुना गया। चूंकि कक्षाएं संचालित कर यह सभी जानकारी देना संभव नहीं हो पाता है और नियमित कक्षाएं नहीं लागई जाती है। चूूंकि ग्रुप में पूरे देश से समाज के लोग जुड़े हुए हैं। और राष्ट्रीय स्तर पर जानकारियों का आदान प्रदान किया जाता है।
समाजजनों ने बताया कि वर्तमान समय में युवा व्हाट्स एप उपयोग कर रहे हैं। इस कारण इसे चुना गया। चूंकि कक्षाएं संचालित कर यह सभी जानकारी देना संभव नहीं हो पाता है और नियमित कक्षाएं नहीं लागई जाती है। चूूंकि ग्रुप में पूरे देश से समाज के लोग जुड़े हुए हैं। और राष्ट्रीय स्तर पर जानकारियों का आदान प्रदान किया जाता है।
रोज रात 9 बजे पूछा जाता है एक प्रश्न
समाज प्रवक्ता रवि कंसारा ने बताया कि रोज शाम को 9 बजे समाज के बारे में कोई जानकारी, समाज से जुड़े किसी स्थल के बारे में सहित कई प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसके बाद दूसरे दिन उस प्रश्न का जवाब दिया जाता है और नया प्रश्न पूछा जाता है। प्रश्न जानने और जवाब देने के लिए ग्रुप के सभी सदस्य सक्रिय हो जाते हैं। रात नौ बजे का समय इसलिए ही चुना गया है ताकि सभी लोग उनके नियमित कार्यों से मुक्त हो जाते हैं।
समाज प्रवक्ता रवि कंसारा ने बताया कि रोज शाम को 9 बजे समाज के बारे में कोई जानकारी, समाज से जुड़े किसी स्थल के बारे में सहित कई प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसके बाद दूसरे दिन उस प्रश्न का जवाब दिया जाता है और नया प्रश्न पूछा जाता है। प्रश्न जानने और जवाब देने के लिए ग्रुप के सभी सदस्य सक्रिय हो जाते हैं। रात नौ बजे का समय इसलिए ही चुना गया है ताकि सभी लोग उनके नियमित कार्यों से मुक्त हो जाते हैं।