प्रकरण में बांसवाड़ा जिले में सज्जनगढ़ के टांडा रतना निवासी प्रियंका ने समिति को बताया कि उसकी शादी गुजरात में दाहोद जिले के चंदवाण गांव में करीब 7 वर्ष पूर्व हुई। कुछ माह बाद से ही उसके पति सुभाष, सास-ससुर एवं परिवार के अन्य लोगों ने मारपीट करना शुरू कर दिया। घर परिवार और समाज के लोगों के कई बार समझाने पर भी उन्होंने प्रताडि़त करना जारी रखा। इस दौरान कई बार समाज स्तर पर समझौता भी हुआ, लेकिन वे नहीं माने। तंग आकर पीहर पक्ष के लोगों ने महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र में शिकायत की।
बांसवाड़ा : यहां साढ़े चार दशक से चल रहा दधि उत्सव का सफर, रघुनाथ मंदिर से हुई थी शुरूआत तब ससुराल पक्ष को बुलाकर समझाइश की गई और तब वे मुझे साथ ले गए। प्रियंका का आरोप है कि महीनेभर बाद ही 21 अप्रेल 2019 को एक दिन पति, सास-ससुर ने रात में उसेे मारा पीटा।वह अस्पताल में. भर्ती हुई। परिजनों के अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही ससुराल पक्ष के लोग उसके तीन वर्ष के बेटे को अपने साथ ले गए। तबीयत में सुधार होने के बाद परिजन उसे घर ले आए।
बांसवाड़ा : स्कूल में गाली देने से मना किया तो कड़े से हमला कर फोड़ दिया सहपाठी का सिरसता रही बेटे की चिंता
प्रियंका ने बताया कि इतने दिनों से उसे बेटे की चिंता खाए जा रही है। जब ससुराल के लोगों ने मुझसे अच्छा बर्ताव नहीं किया तो बच्चे के साथ अच्छा बर्ताव कैसे करेंगे। इस कारण ही बाल कल्याण समिति में गुहार लगाई है कि मेरा बेटा मुझे मिल जाए।
पुत्र को बांसवाड़ा में पेश करने का आग्रह
बाल कल्याण समिति सदस्य मधुसूदन व्यास ने बताया कि प्रियंका की लिखित में शिकायत पर दाहोद बाल कल्याण समिति को उसके पुत्र को बांसवाड़ा बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने का आग्रह किया गया है।