जानकारों के अनुसार कागदी की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। कागदी पिकअप वियर के भीतर शाम ढलने के बाद कौन जा रहा है और कौन निकल रहा है। इसकी किसी को नहीं पड़ी है। चौकीदार भी शाम ढलते ही यहां से गायब ही रहता है। ऐसे में रातभर उद्यान शराबियों का अड्डा बना रहता है। मोक्षधाम से कागदी की तरफ जाने वालो ढलान पर ही बड़ी संख्या में शराब की खाली बोतलों का अंबार लगा हुआ है।