कवि सम्मेलन का आगाज कवयित्री कविता तिवारी ने सरस्वती वंदना के साथ किया। उसके बाद कवियों ने शृंगार, हास्य एवं वीर रस की कविताओं के माध्यम से श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा। सम्मेलन में इटावा के राम भदावर ने इन भुजाओं में भवानी बोलती हैं, वीरता की कहानी बोलती है…. एवं राधिका मिलती मुरली के जमाने में कहां….सहित अन्य देशभक्ति से ओत-प्रोत कविताएं पढ़ी। उन्होंने एक के बाद एक देशभक्ति की कविताएं पढ़ी तो पाण्डाल तालियों से गूंज उठा।
सांसद पहुंचे मंच पर किया स्वागत कवि बृजमोहन तूफान एवं जलज जानी के संयोजन में आयोजित कवि सम्मेलन में बतौर अतिथि सांसद कनकमल कटारा, विधायक हरेंद्र निनामा, जैनेंद्र त्रिवेदी, ऋषभ जैन आदि मौजूद रहे। कवि भदावर की कविता पर वे मंच पर भी पहुंचे एवं स्वागत किया। प्रारंभ में सभापति मंजूबाला पुरोहित सहित मेला समिति व पार्षदों ने स्वागत किया। सम्मेलन में गीतकार विष्णु सक्सेना, कविता तिवारी, दिनेश देसी घी, प्रख्यात मिश्रा, मुन्ना बैटरी, लक्ष्मण नेपाली, सोनल जैन आदि कवि मंच पर मौजूद थे। समाचार लिखे जाने तक काव्य पाठ जारी रहा। संचालन सतना के कवि अशोक सुंदरानी ने किया।